लेखक - वरिष्ठ पत्रकार चैतन्य भट्ट
यमराज अपने कमरे में बेचैनी से टहल रहे थे, बार-बार उनकी निगाह दरवाजे पर जा रही थी, कितनी देर हो गई है चित्रगुप्त को बुलाए लेकिन वो अभी तक आए नहींl यमराज का गुस्सा बढ़ता उसके पहले ही चित्रगुप्त दरवाजे पर दिखाई दिए पसीने से तरबतर। आते ही यमराज ने पूछा 'तुम्हें कितनी देर पहले मोबाइल किया था और तुम अब आ रहे हो कहां थे इतनी देर' चित्रगुप्त ने एक गहरी सांस ली और बोले 'मैं तो आपका कॉल मिलते ही घर से निकल गया था लेकिन जल्दी जल्दी में 'मास्क' भूल गया, रास्ते में पुलिस वाले ने पकड़ लिया 500 रूपये जुर्माना मांग रहा था, मैंने उसे बताया कि मैं 'यमराज साहब' का पीए हूँ पर वह नहीं माना, बाद में मामला 200 रूपये में सेट करके मैं भागा भागा यहां आ रहा हूं बताइए हुजूर आखिर इतनी जल्दी क्या थी''तुम्हें पता नहीं है क्या, किस बात को लेकर पूरे भारत में हाहाकार मचा हुआ है, सुना है किसी फ़िल्मी कलाकार को तुम लोग यहां ले आए हो कहते है अभी उसका टाइम पूरा नहीं हुआ था उसको लेकर पूरे इंडिया की मीडिया 'चिल्ला चोंट' मचा रही है क्या तुम टीवी नहीं देखते'
'नहीं हुजूर मैंने तो अपना केबल कनेक्शन कब का कटवा दिया है हिंदू मुसलमान, मंदिर मस्जिद, गाय गोबर, हिंदुस्तान पाकिस्तान, चीन और रफाल पर होने वाली डिबेट आखिर कब तक देखूं, प्रवक्ता भी ऐसे आते हैं कि लगता हैं एक दूसरे का खून पी जाएंगे चित्रगुप्त ने कहा। 'तो मुझे भी बता देते तो मैं भी अपना केबल कनेक्शन कटवा देता लेकिन अभी टीवी देख रहा हूं पूरे भारत में हर एक चैनल यही बतला रहा है कि उस कलाकार की हत्या हुई है उसने आत्महत्या नहीं की है। चित्रगुप्त तुम तो इंडिया में काफी समय तक रहे हो और अभी भी तुम्हारे कुछ रिश्तेदार वहां पर हैं क्या वहां और कोई समस्या नहीं बची है यमराज ने पूछा।
'महाराज आप नहीं जानते वो तो समस्याओं का देश है बेरोजगारी, ठप्प पड़े उद्योग धंधे, किसानों की परेशानियां, बेरोजगारी, गिरती अर्थव्यवस्था, गरीबी जैसी और ढेर सारी समस्याएं वहां हैं लेकिन वहां का मीडिया सिर्फ उन बातों पर चर्चा करता है जो मैंने आपको पहले ही बतलाई हैं
'लेकिन एक बात बताओ आखिर उस कलाकार की मौत को लेकर ऐसा क्या हो रहा है कि 'दो स्टेट' आमने सामने आ गए हैं दो प्रदेशों की पुलिस के डीजीपी एक दूसरे पर तमाम आरोप प्रत्यारोप लगा रहे हैं, एक प्रदेश की पुलिस दूसरे प्रदेश में जाकर जांच कर रही है, दूसरे प्रदेश की पुलिस पहले प्रदेश के अफसर को लगभग बंधक बना रही है, मुंबई की फिल्म नगरी जिस की पिक्चरें हम लोग आए दिन देखते हैं वो भी दो-दो तीन-तीन हिस्सों में बँट गई है, कोई कह रहा है कि यँहा 'भाई भतीजावाद' चल रहा है तो कोई कह रहा है यहां 'चमचागिरी' है, कोई कह रहा है कि यहां अगर आपका कोई 'गॉडफादर' नहीं है तो आपको कोई काम नहीं मिल सकता। मुंबई की पुलिस रोज नए नए लोगों को बुलाकर उनके बयान नोट कर रही है ऐसा क्यों हैं यमराज ने चित्रगुप्त से पूछा।
'आपको पता नहीं है महाराज अभी हाल ही में बिहार में चुनाव होने वाले हैं और ये जो कलाकार है वह बिहार का था जाहिर सी बात है उसको लेकर चल रही राजनीति का फायदा बिहार की वर्तमान सरकार को मिल सकता है इसलिए इतना हल्ला मच रहा है सारे दल उस कलाकार की मौत की गहराई से जांच करने की मांग कर रहे हैं उन्हें लगता है कि बिहार के इस कलाकार की मौत को लेकर अपनी राजनीति चमका लेंगे
चित्रगुप्त भारत के राजनीतिक दल इन सब चीजों पर भी अपनी राजनीति कर लेते हैं क्या, यमराज ने फिर पूछा
'आप बहुत भोले हो आपको पता नहीं कि भारत के राजनीतिक दल बाढ़, सूखा, आंधी, तूफान, हत्या, आत्महत्या, एक्सीडेंट, भूख, गरीबी इन सब पर राजनीति कर लेते हैं इन लोगो की राजनीति इसी दम पर चल रही है जहां तक मीडिया का सवाल है तो उसे 'टीआरपी' चाहिए, जितनी ऊंची टीआरपी होगी उतने विज्ञापन उसको मिलेंगे इसलिए इस टीआरपी के लिए ये नेशनल चैनल किसी भी हद तक जा सकते हैं, देखा नहीं आपने 'अरनव गोस्वामी' का चैनल जो पिछले एक हफ्ते से सुबह से लेकर रात तक बस उस कलाकार की मौत को लेकर गला फाड़ फाड़ कर सारे ब्रह्माण्ड को सर पर उठाये हुए है उसकी टीआरपी टॉप पर आ गई है उसकी देखा देखी दूसरे चैनल भी इसी खबर को फॉलो कर रहे हैं
चित्रगुप्त ये बात तो ठीक है पर ये तो बताओ अपने यहां से कौन कौन से यमदूत उस कलाकार को लेने गए थे तुम एक काम करो अपने जितने 'परमानेंट' 'टेम्पररी' 'संविदा वाले' यमदूत हैं उन्हें बुलाकर और जो कोरोना के कारण अपने अपने घरों में 'क्वारंटाइन' है उनसे वीडियो कॉन्फ्रेंस की मदद से पूछताछ करो कि उस कलाकार को यँहा कौन लेकर आया हैं यमराज ने आदेश देते हुए कहा
'मैंने पहले ही सब से पूछताछ कर ली कोई भी यह बताने तैयार नहीं है इस कलाकार को यहां कौन लेकर आया हैं चित्रगुप्त ने उत्तर दिया
ये तो वास्तव में बड़ी झंझट वाली बात हो गई है चित्रगुप्त, जाहिर है अब जब उस कलाकार की मौत की जांच सीबीआई कर रही है तो वो तो सब से पूछताछ करेगी और वो अपने को 'सम्मन' भेजें उसके पहले ही मैं इंडिया जाकर अपना बयान नोट करवा आता हूँ हूं तुम मेरे भैंस को बाहर निकालो मैं पांच मिनट में तैयार होकर इंडिया के लिए रवाना होता हूं, और कुछ देर बाद यमराज अपने भैंसे पर सवार होकर इंडिया के 'सीबीआई' दफ्तर के लिए रवाना हो गए।
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