लखनऊ- 24सितम्बर, 2021 को राष्ट्रीय अन्नदाता यूनियन के अध्यक्ष राम निवास यादव ने बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा 26सितम्बर2021 को डिफेंस एक्सपों वृन्दावन योजना लखनऊ उत्तर प्रदेश में किसान कल्याण सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है इस कार्यक्रम में हमारी राष्ट्रीय अन्नदाता यूनियन ने सम्मिलित होने का निर्णय लिया है क्योकि यह कार्यक्रम देश एवं प्रदेश के किसानों के कल्याण के लिए किया जा रहा है इस कार्यक्रम में प्रदेश की अन्य किसान यूनियन भी सम्मिलित हो रही है एवं भारी संख्या में प्रदेश भर के किसान भाई सम्मिलित हो रहे है। यूनियन के अध्यक्ष राम निवास यादव ने कहाकि केन्द्र की मोदी सरकार एवं प्रदेश की योगी सरकार किसान भाईयों की आय बढाने हेतु लगातार कार्य कर रही है लेकिन कुछ कथित किसान यूनियन नेता राजनैतिक कारणों से कृषि बिल का विरोध कर रहे है ऐसे कथित किसान नेताओं की कड़ी आलोचना करते हुये राम निवास यादव ने कहाकि आज पूरे देश का किसान नये कृषि बिलों का स्वागत एवं समर्थन करते हुए बिल के साथ है तो वहीं कुछ तथाकथित किसान नेता कुछ राजनैतिक दलों से साँठ-गाँठ कर किसान भाईयों के कृषि बिलों का विरोध कर भ्रमित कर रहे है जबकि इनका उद्देश्य किसान हित न होकर अपनी-अपनी राजनैतिक जमीन बनाना है इन कथित किसान नेताओं की करतूते पूरे देश का किसान अच्छी तरह देख एवं समझ रहा है देश का असली किसान इन कथित किसान नेताओं का साथ नही दे रहा है जिससे यह बौखलाकर बिचौलियों एवं कुछ राजनैतिक दलों के साथ साँठ-गाँठ करके मोदी सरकार को बदनाम करने की नीयत से आन्दोलन को चला रहे है जबकि किसान मसीहा स्व0 महेन्द्र सिंह टिकैत ने सबसे पहले किसानों की इन्ही मांगों को लेकर आन्दोलन किया था जिसको पूर्ववर्ती सरकारों ने लागू करने का साहस नही दिखा पायी थी जिससे किसानों को बिचौलियों से मुक्त किया जाये तथा देश के किसानों को अपनी फसल को अपने दामों में प्रदेश एवं देश में कही भी बेचने की अनुमति दी जाये। इसके साथ ही खेती एवं कृषि यंत्रों में भी अन्य उद्योगों की तरह सहूलियतें दी जाये। जिसको मोदी सरकार ने कृषि बिलों के माध्यम से लागू किया है राम निवास यादव ने कहा कि आज जब मोदी सरकार ने किसानों की समस्याओं को देखते हुए स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों के अनुसार किसान हितों के लिए कृषि बिल लागू किया है तो कुछ कथित किसान नेता इन बिलों का विरोध करने लगे है ऐसे किसान नेताओं का हमारी राष्ट्रीय अन्नदाता यूनियन घोर विरोध एवं निन्दा करती है।
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