वोडाफ़ोन, पेटीएम कंपनी से जुड़े शातिरों ने 5 हज़ार प्री-ऐक्टिवेटेड सिम कार्ड बेचे, सिम ऑनलाइन ठगी, हनी ट्रैपिंग, पॉर्नाग्राफ़ी, रंगदारी में हो रहे थे इस्तेमाल



प्रयागराज:  वोडाफ़ोन-आइडिया और पेटीएम कंपनी से जुड़े शातिरों ने 5 हज़ार प्री-ऐक्टिवेटेड सिम कार्ड बेच कर न सिर्फ़ कंपनी को चूना लगाया बल्कि आठ राज्यों में फैले ऑनलाइन ठगी, हनी ट्रैपिंग, पॉर्नाग्राफ़ी, रंगदारी के अपराधियों के नेटवर्क की मदद भी की। 

प्रयागराज पुलिस और साइबर सेल ने शनिवार को संयुक्त रूप से कार्यवाही करते हुए इस नेटवर्क का भंडाफोड़ कर यह खुलासा किया। टीम ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। साथ ही देश भर में फैले दो दर्जन से ज़्यादा अपराधियों की पहचान हो रही है। 

पुलिस ने वोडाफ़ोन (VI) कंपनी के अधिकारियों से बात करने का भी फ़ैसला किया है ताकी ग्राहकों का विश्वास कम्पनी पर बना रहे और अन्य अपराधी भी पकड़ में आएँ। 

एसएसपी प्रयागराज ने बताया की ऑनलाइन ठगी के बढ़ते मामलों की जांच करते हुए टीम ने शनिवार को कैंट थाना क्षेत्र से तीन कुख्यात साइबर अपराधी गिरफ्तार किये। इनके पास से कई फर्जी कागज और सिम कार्ड तथा मोबाइल बरामद किया गया।

गिरफ्तार अभियुक्त में इकबाल अहमद वोडाफोन में कार्य करता था। ये अपने डिस्ट्रिब्यूटरों से उन सिम कार्ड को लेता जो एक्टिवेट नही हुए हैं। फिर फर्जी तरीक़े से उनको एक्टिवेट कर बेचने का काम करता था। 

दूसरा अभियुक्त कलीश अहमद लखीमपुर खीरी में अपने दुकान से पेटीएम अकाउंट बनाता था। तीसरा अपराधी शैलेश यादव पेटीएम कंपनी में कार्यरत था और आधार कार्ड को जोड़कर ट्रांजैक्शन अमाउंट को बढ़ा देता था।

उसके बाद ₹700-750 प्रति सिम के दर से विभिन्न राज्यों जैसे पश्चिम बंगाल, बिहार झारखंड, गुजरात, राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली में मौजूद साइबर अपराधियों के पास कोरियर कर देता था। इन फर्जी सिम कार्ड का प्रयोग कर अपराधियों द्वारा आम जनमानस के ख़िलाफ़ हर तरह के अपराध में इस्तेमाल में होता था। 

पूछताछ के दौरान लगभग 5000 सिम कार्ड सप्लाई की जाने की पुष्टि हुई है। इन सभी का पेमेंट गूगल पे फोन पे के माध्यम से लिया जाता था।

इस पूरे मामले में इकबाल अहमद पुत्र असगर अली निवासी लखीमपुर खीरी, अलीशा निवासी सीतापुर और शैलेश यादव निवासी जानकीपुरम गुडंबा थाना लखनऊ में गिरफ्तार हुए हैं एवं कलीम, कपिल वर्मा, राममूर्ति और राजू मंडल की तलाश जारी है। 

गिरफ्तारी के दौरान 124 कूट रचित आधार कार्ड, 393 कूट रचित वोडाफोन आइडिया के सिम कार्ड, 113 अन एक्टिवेट सिम कार्ड, 1 फिंगर प्रिंट मशीन, एक लैपटॉप, सात मोबाइल फोन और ₹24600 नगद प्राप्त हुए हैं।

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