उत्तर प्रदेश के आगरा जिले में घरों और दुकानों में चोरी तो आम बात हो गई है। लेकिन, अब थाने भी सुरक्षित नहीं रहे... जीं हां सोमवार की देर रात चोरों ने खंदौली थाना में खड़ी जेसीबी को ही चुरा लिया। जिसके बाद महकमे में हड़कंप मच गया। अधिकारियों ने तुरंत मामले में मुकदमा दर्ज कर दावा किया कि सीज की गई जेसीबी मशीन वहीं चोरी कर ले गए है। जिनके पास से पुलिस ने इसे जब्त किया था। इनमें 1 चालक तो दूसरा मालिक है। दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दबिश भी दी जा रही है।
थाना खंदौली के एसआई अर्जुन सिंह सोमवार दोपहर 3 बजे के आसपास मलूपुर चौराहे पर वाहन चेकिंग कर रहे थे। तभी टेढ़ी बगिया की तरफ से 1 जेसीबी मशीन आई। जेसीबी पर चालक सहित 2 लोग सवार थे। पुलिस ने जेसीबी रोककर गाड़ी के कागजात दिखाने के लिए कहा, लेकिन चालक कोई कागजात नहीं दिखा पाए। एसआई ने जेसीबी को मोटर वाहन अधिनियम की धारा 270 में सीज कर दिया। चालक से ही उसे चलवाकर थाने पर लाया गया। जेसीबी को थाना परिसर में मंदिर के पास पीपल के पेड़ के नीचे खड़ा करा दिया गया। एसआई ने थाने की जनरल डायरी में शाम तकरीबन 6:29 बजे एंट्री कराई। रात तकरीबन 8:22 बजे मुंशी अरुण कुमार बाहर आए लेकिन उन्हें जेसीबी नहीं दिखी।
थाना प्रभारी विपिन कुमार गौतम के मुताबिक, आसपास के लोगों ने पुलिस को बताया कि जो लोग जेसीबी लाए थे, उसे वही लोग लेकर गए हैं। इनमें चालक मुस्तकीम और मालिक शामिल है। इस पर मुंशी अरुण कुमार ने चालक और मालिक के खिलाफ जेसीबी (JCB) चोरी का केस दर्ज करा दिया है। पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी और जेसीबी की बरामदगी के लिए दबिश दे रही है।
खंदौली थाना परिसर में जेसीबी को खड़ा कराया गया था। इसके बाद चाबी को मुंशी ने अपने कब्जे में ले लिया था। इसके बावजूद जेसीबी को चोरी कर ली गई। पुलिस ने एफआईआर में लिखा है कि आसपास के लोगों ने देखा कि जो लोग जेसीबी लेकर आए थे, उसे वही लोग लेकर गए हैं। लेकिन, पुलिस को भनक तक नहीं लग सकी, जबकि जेसीबी ले जाने के लिए थाना के गेट का ही रास्ता अपनाया होगा। वहीं सीसीटीवी कैमरे भी लगे हुए हैं। इन पर भी नजर रखी जा सकती है। जेसीबी फुटेज में आई होगी। सवाल उठता है कि क्या किसी पुलिसकर्मी ने उसे ले जाते हुए नहीं देखा।
0 टिप्पणियाँ