कुछ महीनों पहले रातों-रात कुछ लोगों के खाते में करोड़ की रकम आ गई थी। खाते में इतने सारे पैसे देखकर खाता धारक के होश उड़ गए थे, हालांकि ये कम्प्यूटर की गलती के चलते हुआ था। बाद में बैंक ने सारे पैसे खाते से वापस ले लिए थे। कुछ इसी तरह का मामला यूपी के बरेली से भी सामने आया है। यहां करोड़ों तो नहीं लेकिन 16 लाख रुपये सगे भाइयों के खाते में पहुंच गए। इस बार ये रुपये किसी बैंक की गलती से नहीं बल्कि जानबूझकर ट्रांसफर किए गए थे। इतनी बड़ी रकम देखकर हर कोई हैरान था। मामले की छानबीन हुई तो पूरी हकीकत सामने आ गई। अब डीएम ने जांच बिठा दी है।
मामला बरेली जिले के दमखोदा के गांव खमरिया गोपाडांडी गांव का है। यहां के प्रधान पर ग्राम निधि के 16 लाख रुपये अपने सगे भाइयों के बैंक खातों में ट्रांसफर करने का मामला सामने आया है। रुपए पिछले साल ट्रांसफर किए गए थे। ग्रामीणों ने एफिडेविट पर डीएम से शिकायत की है। डीएम अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी और आरईडी के एक्सईन को जांच सौंपी है। संयुक्त टीम 31 मई को गांव जाकर प्रधान-सचिव और शिकायत कर्ताओं के बयान दर्ज करेगी। साथ ही ग्राम निधि से कराए गए कार्यों का भी जायजा लेगी। जांच रिपोर्ट के आधार पर प्रधान के खिलाफ कार्रवाई होगी।
खमरिया गोपाडांडी के यूसुफ अंसारी, असलम, वीरेंद्र सिंह और रेहान ने डीएम को एफिडेविट के जरिए शिकायत की और ग्राम प्रधान पर गंभीर आरोप लगाए हैं। प्रधान और सचिव पर पंचायत घर के निर्माण के लिए दो बार ग्राम निधि से रकम निकालने की शिकायत है। रकम सचिव के लखीमपुर निवासी दोस्त मोहन मौर्य के एकाउंट में ट्रांसफर करने का दावा किया गया है। पंचायत घर के मरम्मत के नाम पर 46 हजार रुपये भी निकालने का आरोप है। डीएम के आदेश पर जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी और आरईडी के एक्सईन ने जांच शुरू कर दी है। 15 दिन में जांच रिपोर्ट डीएम को सौंपनी है।
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