UP: ऊर्जा मंत्री ने बताई बिजली कटौती की असली वजह, बिजली संकट पर पिछली सरकारों को दोषी ठहराया

ऊर्जा मंत्री- ए.के.शर्मा


यूपी के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री ए के शर्मा मौजूदा बिजली संकट पर पिछली सरकारों को दोषी ठहराया। कहा कि पिछली 50 साल की सरकारों में यदि बिजली व्यवस्था पर काम हुआ होता, तो आज यह हालत देखने को न मिलते। लटके हुये तार, जलते हुए ट्रांसफार्मर, खराब व्यवस्थाएं, बिजली न आना यह समस्या प्रदेश में आज की नहीं, बल्कि सभी परम्परागत है। प्रदेश में योगी सरकार ने पिछले सात सालों में बिजली व्यवस्था पर काम किया है, जिससे कुछ बेहतर दिन देखने को मिल रहे है। गौतरलब है कि शुक्रवार देर रात झांसी आते समय अचानक पारीछा थर्मल पॉवर प्लांट पर पहुंच गए। उन्होंने ऊर्जा प्लांट का निरीक्षण किया व उत्पादन के सम्बंध में अफसरों से पूरी जानकारी ली। 

उन्होंने कहा कि प्रदेश में पहले की अपेक्षा बिजली की मांग बढ़ी है। राज्य में पिछले चार सालों में औसम मांग 17 हजार मेगावाट थी, जो वर्तमान में बढ़कर 22 हजार मेगावॉट से ऊपर पहुंच गई है। एक तिहाई बिजली की मांग में बढ़ोत्तरी आई है। उन्होंने कहा कि ऐसे में दुर्भाग्यवश पिछले तीन सप्ताह में तीन थर्मल पॉवर प्लांट क्षतिग्रस्त हो गए है। बारा, हरदुआगंज समेत चार जगह बॉयलर लीकेज हो गये है।

1500 से 2000 डिग्री तापमान पर काम करने वाले बॉयरल की तुरंत रिपेयर संभव नहीं है। जब तक वह ठंडे न हो जाये। हमारे पास वह टेक्नोलॉजी नहीं है कि जिससे गर्म बायरल को रिपेयर किया जा सके। फिर भी जल्द से जल्द बायलर रिपेयर कर बिजली व्यवस्था को ठीक करने का प्रयास किया जा रहा है। साथ ही स्थानीय क्षतियों से जनता को बिजली समस्या न झेलना पड़े, इसके लिये अफसरों को साप्ताहिक अवकाश में भी अपने दायित्वों के निर्वाहन के लिये कहा गया है। 

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