राजधानी लखनऊ के करीब 90 हजार किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की 11वीं किश्त से वंचित रहना पड़ा सकता है। क्योंकि इन किसानों ने अभी तक अपना ई-केवाईसी नहीं कराया है जबकि किसान सम्मान निधि की 11वीं किश्त के लिए किसानों को ई-केवाईसी कराना अनिवार्य किया गया है। ई-केवाईसी कराने की अंतिम तिथि 31 मई है।
राजधानी में पीएम सम्मान निधि के लिए 2.29 लाख किसान पात्र हैं। इनमें से 2.17 लाख किसानों को सम्मान निधि की 10वीं किश्त मिली थी। केन्द्र सरकार ने 11वीं किश्त के लिए किसानों का ई-केवाईसी कराना अनिवार्य कर दिया था। बीते करीब तीन माह से चल रही प्रक्रिया के बावजूद अभी तक 90 हजार ने ई -केवाईसी नहीं कराया है। उपकृषि निदेशक डॉ एके मिश्रा ने बताया कि अभी तक 58 फीसदी किसान ई-केवाईसी करा चुके हैं। जो किसान 31 मई तक ई-केवाईसी नहीं करा पाएंगे उनकी सम्मान निधि रुक सकती है। केवाईसी कराने के बाद इनकी सम्मान निधि रिलीज होगी।
किसान सम्मान निधि के तहत किसानों को सालाना 6000 रुपए दिए जाते हैं। दो-दो हजार की तीन किश्तों में इसका भुगतान सीधे किसानों के बैंक खाते में किया जाता है। अधिकारी बताते है कि सम्मान निधि का पेमेंट आधार बेस्ड होना है। इसका मकसद फर्जीवाडे को रोकना है। इसी कारण से किसानों को 11वीं किस्त के लिए ई-केवाईसी अनिवार्य किया गया है। इसके तहत किसानों को वेबसाइट पर जाकर अपना नाम, उम्र, मोबाइल नम्बर आदि को आधार से मिलना करना है। किसान सीएससी के जरिए या पोर्टल पर जाकर स्वयं भी अपना ई-केवाईसी कर सकते हैं।
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