भीषण गर्मी में बीमारियों का हमला बुधवार को भी बरकरार रहा। 24 घंटे के भीतर बच्ची समेत चार लोगों की डायरिया और हीट स्ट्रोक से मौत हो गई। नौ रोगियों को हैलट इमरजेंसी में भर्ती कराया गया है। पहली बार हैलट ओपीडी में रिकॉर्ड डायबिटीज मरीजों की भीड़ पहुंची। डायरिया और डिहाइड्रेशन की चपेट में आने वाले मरीजों पर कहर टूट पड़ा है। भयावहता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि बुधवार को डॉ. एमपी सिंह की ओपीडी में 367 मरीज आए, जिसमें 207 सिर्फ उदर रोग के रहे।
गैस्ट्रो के साथ डायरिया-डिहाइड्रेशन वालों की भरमार रही। इसके साथ ही कड़ी धूप की वजह से हीट स्ट्रोक ने भी तेजी से पांव पसारे हैं। हीट स्ट्रोक के पांच और डायरिया के चार मरीजों को इमरजेंसी में भर्ती कराना पड़ा। इमरजेंसी में रात में भर्ती कराई गईं महाराजपुर की रानीकुल (83) और यशोदानगर के लोकेश कुमार( 74) की सुबह मौत हो गई। इनमें एक को हीट स्ट्रोक और दूसरे को गंभीर डायरिया हो गया था जबकि हंसपुरम के रहने वाले मासूम नचिकेत (4) की कांशीराम अस्पताल में मौत हो गई। उसे भी डायरिया हुआ था। इसी तरह घाटमपुर सीएचसी से रेफर कर भेजे गए भीतरगांव के शिवजनक (78) की मौत उर्सला अस्पताल में दोपहर में हुई।
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