कानपुर में पहली बार बड़ी ईदगाह बेनाझावर में ईद उल अजहा की नमाज सड़क पर नहीं पढ़ी जा सकी। नमाज शुरू होते ही ईदगाह भरने के बाद लोग सड़क के एक छोर पर बैठ गए तो पुलिस से रोक दिया। नमाज मात्र पांच मिनट में खत्म कर दी गई। शांति का पैगाम देने के लिए हवा में सफेद गुब्बारे और कबूतर भी उड़ाए गए।
बड़ी ईदगाह में सुबह से भीड़ जुटने लगी। ईदगाह भर चुका था। अंदर जगह न होने पर भीड़ ने गेट के बाहर नमाज पढ़ने की कोशिश की तो पुलिस ने नमाजियों को रोक दिया। नियमों का पालन करने की सलाह दी गई। इस दौरान वीडियोग्राफी भी की गई। नमाज मौलाना मोहम्मद शकील ने अदा कराई। बेहद संक्षिप्त नमाज के बाद खुतबा हुआ। शहर में अमन और सरकार को अदल ओ इंसाफ पर चलने की तौफीफ देने की दुआ की गई। निर्दोषों की रिहाई की भी दुआ की गई।
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