चिकित्सक की जगह नर्स कर रही ओपीडी, प्रधानमंत्री जननी सुरक्षा योजना के तहत गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य से कर रही खिलवाड़, सीएमओ से लेकर स्वास्थ्य विभाग मौन
रिपोर्ट....इंद्रेश तिवारी
मछलीशहर जौनपुर: सिकरारा पीएचसी केंद्र से ट्रांसफर नर्स गीता मौर्या के सामने स्वास्थ्य विभाग भी बौना हो गया है। दो सप्ताह पूर्व ट्रांसफर होने के बावजूद वह पीएचसी केंद्र में गर्भवती महिलाओं की ओपीडी कर रही है। मामले को लेकर सीएमओ से लेकर विभाग भी मौन है।
दो सप्ताह पूर्व सिकरारा पीएचसी तैनात नर्स गीता मौर्य के खिलाफ मरीजो को बहकाकर प्राइवेट स्वास्थ्य केंद्र पर रेफर कर करने का आरोप लगा था। जिसकी विभाग जाँच भी कर रहा है। इसके अलावा एक मरीज द्वारा इनके खिलाफ डिलवरी होने के बाद अवैध रूप से वसूली करने का भी ऑनलाइन आइजीआरस भी डाला था। जिसकी जाँच स्वंय सीएमओ कर रही है। जाँच में सत्यता पाए जाने के बाद सीएमओ डॉ लक्ष्मी ने इनका ट्रांसफर कर दिया।
एक सप्ताह पूर्व ट्रांसफर लेटर मिल जाने के बावजूद वह सिकरारा पीएचसी पर लगातार गर्भवती महिलाओं की ओपीडी के कर रही है। सिकरारा क्षेत्र के फिरोजपुर गाँव निवासी राधेश्याम प्रजापति मंगलवार को अपनी आठ माह की गर्भवती बहु नीलम को सिकरारा पीएचसी में दिखाने लाये थे। जहाँ उक्त नर्स द्वारा कमीशन के चक्कर मे दवा, जांच, अल्ट्रासाउंड करने के लिए जिले पर भेज दिया। मरीज दवा लेकर घर भी चला गया। किन्तु शुक्रवार को गर्भवती नीलम की तबियत गलत दवा देने से खराब हो गई। उसका ईलाज जिले के एक निजी अस्पताल में चल रहा है। लगता है जिले का स्वास्थ्य विभाग चिकित्सक के बदले अब एनम से ओपीडी करवाकर महिला जननी सुरक्षा योजना के साथ भी खिलवाड़ करने पर तुली है। मामले बाबत शुक्रवार को सीएमओ डॉ लक्ष्मी से बात की गई तो उन्होंने बताया गीता का ट्रांसफर हो गया है। फिर भी वह यदि वहाँ मरीज देख रही या डिलवरी करा रही है तो उसके खिलाफ आवश्यक कार्यवाही की जाएगी।
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