बरेली से संवादाता डॉक्टर मुदित प्रताप सिंह की रिपोर्ट
जनपद बरेली _ मौलाना शहाबुद्दीन को फोन पर मिली जान से मारने की धमकी, मौलाना शहाबुद्दीन ने बरेली एसएससी से मुलाकात कर आरोपी के खिलाफ तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की है, बरेली के इस्लामिक स्कॉलर मौलाना शहाबुद्दीन ने तहरीर मे खुद को महज़बी रहनुमा, दर्जनों किताबों का लेखक और मशहूर मुस्लिम धर्मगुरु बताया। मौलाना ने बताया PFI की गतिविधियों की मुखालफत करने पर उन्हें फोन पर (जान से मारने की धमकी) ज़ुबान काटने और वुजूद मिटाने की धमकी दी गई।
केंद्र सरकार की एजेंसियों एनआईए और ईडी के रडार पर आने के बाद कार्रवाई तथा बैन किये जाने को लेकर सरकार के एक्शन का समर्थन करने पर गुरुवार को उन्हें फोन पर जान से मारने की धमकी मिलने के संबंध मे आल इण्डिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष और सुन्नी-बरेलवी मसलक के धर्मगुरु मौलाना शहाबुद्दीन रज़वी बरेली ने आज एसएसपी बरेली से मुलाकात कर धमकी भरा फोन करने वाले शख्स पर कार्रवाई करने और उन्हें सुरक्षा उपलब्ध कराने की मांग की। मौलाना शहाबुद्दीन ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बरेली से मुलाकात कर उन्हें सौंपें शिकायती पत्र मे कहा है कि वो एक मज़हबी रहनुमा,दर्जनों किताबों के लेखक और मशहूर इस्लामिक स्कॉलर के अलावा आला हज़रत सूफी मिशन के प्रचारक भी हैं।शिकायती पत्र मे उनका कहना कि उन्होंने पीएफआई की गतिविधियों को लेकर मीडिया व पब्लिक मीटिंग के ज़रिए कई बार इस संगठन का विरोध किया है।
मौलाना का कहना है कि पीएफआई एक कटटरपंथी संगठन है, यह संगठन भारत की एकता व अखंडता के लिए खतरा है। पिछले कुछ सालों के दरम्यान देश मे हुए साम्प्रदायिक दंगों मे पीएफआई का हाथ रहा है।मौलाना शहाबुद्दीन ने शिकायती पत्र मे खुद को सूफी-सुन्नी विचारधारा का प्रबल प्रचारक बताते हुए तहरीर मे लिखा है कि उन्हें देश के संविधान और कानून पर भरोसा है और उनके द्वारा किये जाने बाले सभी कार्य देशहित मे होते हैं।उन्होंने तहरीर मे आगे लिखा है कि वे पिछले 2 माह से मुसलसल पीएफआई की कट्टर विचारधारा के खिलाफ आवाज़ बुलंद कर रहे हैं और इससे पहले भी तकरीबन 1 साल से देश के मुख्तलिफ राज्यों मे पीएफआई के खिलाफ तकरीरें भी कर चुके हैं।उन्होंने तहरीर मे लिखा है कि गुरुवार को दोपहर 3:42 पर उन्हें दिल्ली के शाहीन से फोन आता है।फोन करने बाला खुद को अब्दुल समद बताता है और उनसे कहता है कि बहुत ज़ुबान चला रहे हो,तुम्हारी ज़ुबान काट ली जायेगी।तुम्हें अपनी जान और परिवार की परवाह नहीं है।इसके अलावा मौलाना ने 3 माह पहले राजस्थान के उदयपुर मे कन्हैया लाल की हत्या के मामले मे फतवा दिये जाने का तहरीर मे ज़िक्र करते हुए कहा है कि उदयपुर मे कन्हैया की हत्या के संबंध मे उन्होंने आला हज़रत के फतवे के हवाले से कहा था कि मुसलमान कानून को अपने हाथ मे न लें,सजा देने का अधिकार हुकूमत का है,यह हत्या गैर शरई और गैर कानूनी है।मौलाना ने शिकायती पत्र मे कहा है कि उस वक्त भी उन्हें जान से मारने की धमकी से संबंधित फोन आये थे।जिसके बाद उन्होंने अपनी सुरक्षा के लिए गनर मुहैया कराने की अधिकारियों से मांग की थी।लेकिन उस पर गंभीरता से अधिकारियों द्वारा विचार नहीं हुआ।मौलाना शहाबुद्दीन ने एसएसपी से आरोपी के विरुद्ध कठोर एक्शन लेने और उन्हें सुरक्षा दिलाने की मांग की है।
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