जब तक जियो तब तक पियो भागवत रस: आचार्य मुकेश मिश्रा



बरेली से संवाददाता डॉक्टर मुदित प्रताप सिंह की रिपोर्ट

जनपद बरेली _ बरेली पुराना शहर, कटरा चांद खां स्थित प्राचीन श्री सीताराम मंदिर में भागवत कथा के तृतीय दिवस में कथावाचक आचार्य मुकेश मिश्रा ने बताया कि अपने जीवन को नीति के हिसाब से चलाना चाहिए। जो व्यक्ति अपने जीवन को नीति के हिसाब से चलाता है। उसके कुल में ध्रुव जैसे पुत्र जन्म लेते हैं और जिस के कुल में ध्रुव जैसे पुत्र ने जन्म लिया शास्त्रों में ऐसा प्रमाण है कि वह इक्कीस कुल आगे और इक्कीस कुल पीछे के पूर्वजों को तार देते हैं। कथा में प्रवचन के दौरान आचार्य ने श्रीमद्भागवत के महत्व पर विशेष प्रकाश डालते हुए बताया कि श्रीमद् भागवत कथा वेद रूपी कल्पवृक्ष का पका हुआ फल है, जिसमें केवल रस ही रस भरा है। इसलिए हमेशा भागवत रस जब तक जियो तब तक पीते रहो। भागवत महापुराण ही ऐसा ग्रंथ है जो की मुक्ति के लिए गर्जना करता है।जिसको श्रवण करने मात्र से मुक्ति मिल जाती है।  कथा व्यास ने कहा यह कथा जहां तक सुनाई देती है वहां तक के जीव-जंतु सभी प्रकार के प्राणियों को पाप कर्मों से मुक्ति मिल जाती है। उस गांव की मिट्टी भी पवित्र हो जाती है। कथा के दौरान कई सुमनोहर भजन व्यासपीठ से गाय गए। जिन्हें सुनकर श्रोतागण भाव विभोर हो झूमने लगे।






भागवत कथा के मुख्य यजमान तोताराम गुप्ता ने पत्नी श्रीमती मिथलेश गुप्ता सहित विधि विधान से व्यासपीठ की पूजा अर्चना की। पंडित उमा शंकर शास्त्री, प्रदीप दीक्षित, अरुण शास्त्री ने वेद मंत्रों के साथ पूजा संपन्न कराई। इस दौरान श्री सीताराम मंदिर के उपाध्यक्ष दिनेश दद्दा एडवोकेट मीडिया प्रभारी डॉ मुदित प्रताप सिंह, श्याम मनोहर गुप्ता , कोषाध्यक्ष उदय प्रकाश गुप्ता, हरे राम जी, विवेक गुप्ता, रामोतार वर्मा,अतीत  प्रकाश गुप्ता, नंदलाल मौर्य, रामबाबू गुप्ता, प्रदीप शर्मा एवं भरत लाल जी आदि सहित सैकड़ों लोग उपस्थित थे।




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