पोषण पुनर्वास केंद्र में नौनिहालों को मिल रही नई जिंदगी, एनआरसी ने अब तक 110 बच्चों को बनाया सुपोषित



बरेली से संवाददाता डॉक्टर मुदित प्रताप सिंह की रिपोर्ट

संभल _ गंभीर कुपोषित बच्चों को सुपोषित करने के लिए जिले के चंदौसी समुदायिक केंद्र में स्थित पोषण पुनर्वास केंद्र में बच्चों को नई जिंदगी देने का प्रयास चल रहा है। बच्चों को यहां स्वास्थ्य का लाभ मिल रहा है। एनआरसी में दिये जा रहे पौष्टिक आहार एवं चिकित्सकीय उपचार के कारण गंभीर कुपोषित बच्चे तेजी से स्वस्थ हो रहे हैं। एनआरसी में बच्चों को कुपोषण से मुक्त करने के लिए सुपोषित भोजन, पौष्टिक आहार एवं बच्चों की माताओं को सुपोषण से संबंधित जरूरी प्रशिक्षण भी दिया जा रहा हैं। 



भमरउआ निवासी अनिल कुमार बताते हैं कि मैंने अपनी एक वर्ष की बच्ची वंशिका को डॉ हरविंदर को दिखाया था। मेरी बेटी बेहद कमजोर थी, मैंने उन्हीं की सलाह पर एनआरसी में भर्ती कराया। यहां पोषण पुनर्वास केंद्र प्रभारी डा. गौरी और एनआरसी के कर्मियों की बेहतर देखरेख में इलाज चला। 14 दिनो में पोषण आहार मिलने पर बच्ची का वजन 7.300 ग्राम से बढ़कर 8.400 हो गया है। इसी तरह जुनावई विकास खंड क्षेत्र के मेड़ोली के तेज सिंह ने कहा कि मेरे बेटे चिराग के दिल में छेद है। उसे मैंने संभल के संयुक्त चिकित्सालय में डॉ नीरज को दिखाया था। वहां से उसे एनआरसी में भेज दिया गया। मेरे साढ़े चार साल के बेटे का वजन भर्ती के समय 10 किलो 800 ग्राम था और जब छुट्टी हुई तो उसका वजन 12 किलो 500 ग्राम का हो गया। 

ऐसे होती है देखभाल: 
चंदौसी पोषण पुनर्वास केंद्र में कुपोषित बच्चो को देखने के लिए सुबह शाम डाक्टर, दो नर्स विशाल, चंचल, पूजा कैयरटेकर, बच्चों को खाना बनाने के लिए सुधा रसोईया को प्रतिनियुक्त किया गया। चंचल ने कहा - बच्चो को समय-समय पर फिडिंग कर देखा जाता है। आदेशानुसार दवाई खिलाई जाती है।

आशा और आंगनबाड़ी सेविकाओं की मदद से खोजे जा रहे कुपोषित बच्चे: 

जिले में गंभीर कुपोषित बच्चों का आशा और आंगनबाड़ी सेविकाओं की सहयोग से चिन्हित कर इन बच्चों की एनआरसी में देखभाल की जा रही है। बेहतर देखभाल और यहां दिए जा रहे पौष्टिक आहार के कारण कुपोषित बच्चे एनआरसी में भर्ती होकर कुपोषण से मुक्त हो रहे हैं। एनआरसी में बच्चों की वर्तमान कुपोषण की स्थिति को ध्यान में रखते हुए पोषण और स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान की जाती हैं। एनआरसी में बच्चों की माताओं को बच्चों के संपूर्ण विकास के लिए खानपान और देखभाल से संबंधित प्रशिक्षण भी दी दिया जाता है। डिस्चार्ज के बाद फिर से स्वास्थ्य परीक्षण एनआरसी में बच्चों को कुपोषण से मुक्त करने देख रेख के साथ पोषण आहार भी दिया जा रहा हैं। कुपोषित बच्चों को एनआरसी में रखकर विशेष पोषण आधारित चिकित्सकीय उपचार और खानपान दिया जाता हैं। एनआरसी से डिस्चार्ज के उपरांत बच्चों का पुनः स्वास्थ्य परीक्षण भी किया जाता है। एनआरसी में बच्चों के मनोरंजन खेल-कूद के भी साधन उपलब्ध हैं। पोषण पुनर्वास केंद्रों में कमरे की दीवारों में आकर्षक कार्टून चित्रकारी होने से बच्चे खुशनुमा माहौल में कुपोषण को मात दे रहे हैं।    





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