रिपोर्ट...इंद्रेश तिवारी
जौनपुर.....साल का दूसरा रवि पुष्य योग 5 फरवरी को लगने वाला है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, रविवार और पुष्य योग के संयोग को रवि पुष्य योग कहा जाता है। इस योग के साथ सर्वार्थ सिद्धि योग भी बन रहा है। ऐसे में इस दिन देवी-देवता की पूजा करने के साथ-साथ खरीदारी,लेन-देन, निवेश करने के साथ नौकरी और बिजनेस की नई शुरुआत करना लाभकारी सिद्ध होगा। इस दिन माघ पूर्णिमा पड़ रही है। ऐसे में इस योग का महत्व और भी अधिक बढ़ जाता है। जानिए रवि पुष्य योग के बारे में सबकुछ।
कब से कब तक रवि पुष्य योग 2023?
हिंदू पंचांग के अनुसार, रवि पुष्य योग 5 फरवरी को सुबह 7 बजकर 7 मिनट से शुरू हो रहा है, जो दोपहर 12 बजकर 13 मिनट पर समाप्त हो जाएगा। इसके साथ ही इसी समय सर्वार्थ सिद्धि योग भी बन रहा है। इतना ही नहीं इस दिन माघ पूर्णिमा भी है।
रवि पुष्य योग में करें इन चीजों की खरीदारी
रवि पुष्य योग को 27 नक्षत्रों में से एक माना जाता है। इसलिए इस दिन शुभ काम करना शुभ माना जाता है। इसके अलावा रवि पुष्य योग पर सोना-चांदी के आभूषण, वाहन, प्रॉपर्टी, कपड़ा, बर्तन, इलेक्ट्रॉनिक चीजें आदि को खरीदना शुभ माना जाता है। इसके अलावा अगर किसी बिजनेस में निवेश करना चाहते हैं, तो इस योग में करना शुभ होगा।
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