मीरगंज तहसील में शासनादेश के बावजूद तय समय सीमा में नहीं बन रहे जरूरी प्रमाण पत्र, मुख्यमंत्री से की शिकायत



संवाददाता मुदित प्रताप सिंह की रिपोर्ट

जनपद बरेली फतेहगंज पश्चिमी - मीरगंज तहसील में भ्रष्टाचार रिश्वतखोरी चर्म आसमान पर है। यहां शासनादेश के बावजूद तय समय सीमा में नहीं बन रहे जरूरी प्रमाण पत्र,  भाजपा नेता अंतरराष्ट्रीय वैश्य सम्मेलन के युवा जिला अध्यक्ष आशीष अग्रवाल ने आरोप लगाया है कि मीरगंज तहसील में तय समय के अनुसार आय, जाति, चरित्र, और हैसियत प्रमाण पत्र तय समय सीमा के बावजूद नहीं बनते प्रमाण पत्र इस विषय पर भाजपा नेता अंतरराष्ट्रीय वैश्य सम्मेलन के युवा जिला अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री से शिकायत कर मीरगंज तहसील का यह मामला उठाया है।        

जानकारी के अनुसार युवा अंतर्राष्ट्रीय वैश्य महासम्मेलन के जिला अध्यक्ष व भाजपा नेता आशीष अग्रवाल ने मुख्यमंत्री पोर्टल के माध्यम से तहसीलों से छात्र छात्राओं के जरूरी  प्रमाण पत्रों में  आय, जाति, चरित्र, हैसियत आदि के जारी करने के तय समय सीमा में नियमों की अन देखी कर लेखपालों, अमीनो, कानूनगो की आख्याओ में सुविधा शुल्क बसूलने के मामले को गंभीरता से लेते हुए मुख्य्मंत्री से कार्यवाही की मांग की है। उन्होंने शिकायत में कहा कि तहसील मीरगंज में आशीष अग्रवाल के चरित्र व हैसियत प्रमाण पत्र के लिए काफी दिनों से तहसील के चक्कर लगा रहे हैं।  एस डी एम मीरगंज से भी कई बार मिलकर संबंधित अधिकारियों की आख्या लगाने को निवेदन कर चुके हैं। इस विषय में बरेली भाजपा सांसद संतोष गंगवार द्वारा मीरगंज उपजिलाधिकारी को फोन करवाने के बावजूद भी प्रमाण पत्र जारी नही हो पा रहे हैं।  संबंधित अमीन धर्मपाल भी बिना सुविधा शुल्क के अपनी रिपोर्ट लगाने को तैयार नहीं है। 



श्री अग्रवाल ने मुख्यमंत्री से शिकायत में कहा कि जब भाजपा नेताओं को ही अधिकारी नजर अंदाज कर अपनी मनमर्जी कर रहे हैं। तो आम जनता का क्या हाल होगा। तहसीलों में प्रमाण पत्रों के जारी होने की एक सीमित समय अवधि है तो अधिकारी इसका पालन क्यों नही करा रहे हैं।  ऐसे लापरवाह अधिकारियों कर्मचारियों के खिलाफ सरकार सख्त से सख्त कार्यवाही करे। ताकि आम नागरिकों छात्र छात्राओं और रोजगार हेतु जरूरत पड़ने वाले प्रमाण पत्रों को तय समय सीमा में जारी किए जाएं।

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