मीरगंज में सड़क हादसे में चालक की हुई मौत, चालक के परिजनों ने फैक्ट्री गेट पर शव रखकर किया प्रदर्शन



संवाददाता मुदित प्रताप सिंह की रिपोर्ट

जनपद बरेली मीरगंज _थाना मीरगंज क्षेत्र  में रात हुए सड़क हादसे में कोल्ड ड्रिंक से भरा एक ट्रक ओवरटेक करते समय अज्ञात वाहन से टकरा गया जिसमें चालक की मौत हो गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। जानकारी के अनुसार मीरगंज थाना क्षेत्र में लाभारी पुलिस चौकी के पास बीती रात लगभग 1 बजे हुई सड़क दुर्घटना में फतेहगंज पश्चिमी थाना क्षेत्र के गांव बलिया निवासी ट्रक ड्राइवर वीरेंद्र पुत्र राम अवतार की मौत हो गई।  मृतक के घर बालों ने बताया कि विरेंदर सीबीगंज थाना क्षेत्र के परसाखेड़ा स्थित को ड्रिंक फैक्ट्री का ट्रक चलाता था। सोमवार शाम को वह कोल्ड ड्रिंक से भरा ट्रक लेकर परसाखेड़ा से चला था। लेकिन सावन का पहला सोमवार होने के कारण प्रशासन द्वारा हाईवे पर ट्रक का आवागमन बंद कर दिया गया था। जिसके चलते 12 बजे के बाद वीरेंद्र अपने ट्रक में कोल्ड ड्रिंक लेकर फिर से चला था। लेकिन मीरगंज थाना क्षेत्र में लाभारी पुलिस चौकी के पास जब वह एक वाहन  को ओवरटेक कर रहा था। उस समय दूसरा वाहन सामने आ गया उससे वह टकरा गया। और वाहन क्षतिग्रस्त हो गया। और चालक केबिन में फस गया। इस दौरान ट्रक में बैठे दो लोग घायल हो गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने क्रेन के द्वारा चालक वीरेंद्र को बाहर निकाला‌ जब तक उसकी मौत हो चुकी थी। और ट्रक में बैठे घायल हुए लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया। उसके बाद पुलिस ने मृतक का शव को पोस्टमार्टम के लिए बरेली भेजा।

जानकारी के अनुसार आपको बताते चलें मीरगंज में हुए सड़क हादसे में वृंदावन बेवजेस (कोको कोला) कंपनी के चालक की मृत्यु के बाद हंगामा खड़ा हो गया।  परिजनों ने परसाखेड़ा में कंपनी के बाहर शव रखकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। 4 घंटे तक फैक्ट्री गेट के बाहर हंगामा चलता रहा।  देर शाम प्रबंधक और परिजनों के बीच समझौता हो गया।    सोमवार रात मीरगंज हाईवे पर कोल्ड्रिंक से भरा ट्रक असंतुलित होकर रोड पर खड़े दूसरे वाहन से टकरा गया था। जिसमें फतेहगंज पश्चिमी थाना क्षेत्र के गांव बलिया निवासी चालक विरेंद्र पाल की मृत्यु हो गई थी। परिजन शव लेकर सीधे परसाखेड़ा स्थित कोको कोला कंपनी पहुंचे। शव रखकर मुआवजे की मांग को लेकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। प्रदर्शन में बड़ी संख्या में महिलाएं थी। उन्होंने तोड़फोड़ का प्रयास किया। सीबीगंज इंस्पेक्टर अशोक कांबोज ने परिजनों को समझाने का प्रयास किया लेकिन मानने को तैयार नहीं थे। कंपनी के बाहर करीब 4 घंटे शव रखकर प्रदर्शन चला। मामला बढ़ता देख सुभाष नगर पुलिस भी पहुंची।देर शाम परिजनों एवं कंपनी प्रबंधन के बीच समझौता हो गया। मृतक के पिता रामौतार की पहली ही मृत्यु हो चुकी है। वह घर में अकेला ही कमाने वाला था। भाई बहनों में वीरेंद्र पाल चौथे नंबर पर   था। कंपनी के लीगल एडवाइजर अमरीश द्विवेदी ने बताया कि कंपनी और मृतक के परिजनों के बीच समझौता हो गया है। अब कोई विवाद नहीं है।

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