गणेश चौथ मेले के आयोजन में निकलने वाली रथयात्रा की तैयारी को लेकर गणेश झांकी कार्य हुआ शुरू



संवाददाता मुदित प्रताप सिंह की रिपोर्ट

चंदौसी _ उत्तरप्रदेश के चंदौसी  का सुप्रसिद्ध  मेला गणेश चौथ जो कि धार्मिक, सामाजिक एवं साम्प्रदायिक सौहार्द का प्रतीक है। गणेश चतुर्थी के पावन पर्व पर जनपद सम्भल की तहसील चन्दौसी में ये मेला सन 1955 से आयोजित किया जा रहा है। 
इस वर्ष मेले का 63वाँ महोत्सव होगा।‌। मेले के आयोजन के दौरान प्रतिवर्ष रथयात्रा पूरे जोरशोर के साथ चन्दौसी में निकली जाती है। इसमें विश्व प्रसिद्ध स्वचालित झांकियाँ जो कि मूलतः आकर्षण का केन्द्र बिन्दु होती है। मेला संस्थापक डॉ० गिरिराज किशोर गुप्ता की प्रेरणा से नगर के प्रतिष्ठित व्यवसायी, दुकानदार, नौकरीपेशा आदि वर्ग के स्वयंसेवकों द्वारा स्वचालित झांकियों का निर्माण मेले के 2-3 माह पूर्व गणेश आश्रम में प्रतिदिन निःस्वार्थ भाव से किया जाता है। 



रथयात्रा के मुख्य आकर्षण 'महाप्रभु गणेश' की 24 फीट ऊंची स्वचालित झांकी का श्रृंगार प्रतिवर्ष विभिन्न प्रकार की धातु एवं वस्तुओं के द्वारा किया जाता रहा हैं। जिसके फलस्वरूप गणपति की प्रतिमा दिव्य और भव्य स्वरूप में छटा बिखेरती नजर आती है। गतवर्षों की भांति इसवर्ष भी नया स्वरूप देने हेतु गणेश ग्रुप के सदस्यों ने सर्वप्रथम गणपति बप्पा का भोग लगाकर श्रृंगार कार्य का शुभारंभ किया।



इस दौरान रथयात्रा झांकी निर्देशक ललित किशोर गुप्ता, गणेश ग्रुप से निर्देशक अजय आर्य, मोहन लाल रस्तौगी, राजीव कृष्णा, राजीव आचार्य, नवीन वार्ष्णेय, बॉबी मंगलसेन, संजीव राणा टिप्पू, विक्की चौधरी, शुभम अग्रवाल, जितेन्द्र वार्ष्णेय, आयुष शंखधार, यश अग्रवाल, सोनू प्रजापति, अरविन्द अग्रवाल, मित्रक्ष वार्ष्णेय, देवांशु गुप्ता, अमन अग्रवाल, हार्दिक गुप्ता, हर्षित अग्रवाल आदि  लोग मौजूद रहे।

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