नीट की तैयारी कर रहे मिलक के छात्र की कोटा में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत



संवाददाता मुदित प्रताप सिंह की रिपोर्ट

1_  रामपुर मिलक _ राजस्थान के कोटा में रहकर नीट की तैयारी कर रहे मिलक निवासी छात्र की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गयी।  मृतक के परिजनों ने हत्या का आरोप लगाते हुए थाने में तहरीर दी। जानकारी के अनुसार मिलक निवासी हरजोत छबड़ा का 18 बर्षीय पुत्र मनजोत कोटा के एक कोचिंग सेंटर में नीट की पढ़ाई कर रहा था। उसने मार्च में कोचिंग जॉइन की थी। मृतक कोटा शहर के रोड नंबर एक पर स्थित बसंती रेजिडेंसी में चौथे माले के कमरे में रहता था। गुरुवार को सुबह नौ बजे करीब उसके साथियों ने कोचिंग जाने को फोन किया तो उसका फोन रिसीव नहीं हुआ। तथा दरवाजा भी नहीं खुला। उसके बाद सूचना परिजनों को दी गयी। पिता हरजोत छाबड़ा ने भी मनजोत को कई बार फोन किया लेकिन फोन रिसीव नहीं हुआ। तब छात्र के पिता हरजोत छबड़ा ने हॉस्टल के केअर टेकर से बात करवाने को कहा। उसके बाद केयर टेकर ने छात्र के दरवाजे पर बहुत आवाज लगाई लेकिन दरवाजा नहीं खुला। उधर छात्र मनजोत के कमरे का दरवाजा न खुलने पर कोचिंग सेंटर में सनसनी फैल गयी। कोचिंग सेंटर के टीचर भी मौके पर आ गए।  सूचना पर मौके पर पहुंची  पुलिस ने दरवाजा खोला तो देखा कि छात्र मनजोत बेड पर लेटा हुआ था। उसके मुंह पर पॉलीथिन बंधीं थी। तथा दोनो हाथ रस्सी से बंधे हुए थे। जिसका मौके पर पहुंचे लोगों ने वीडियो बना लिया और उस वीडियो को वायरल कर दिया। स्थानीय पुलिस का कहना है मृतक के शव के पास से सुसाइड नोट मिला है। पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम घर भिजवा दिया।                 

मृतक मनजोत की मां मिलक के जूनियर हाईस्कूल में अध्यापक के पद पर तैनात हैं। पिता की रेडीमेड की दुकान है व एक मंडप के संचालक हैं। मृतक दो भाइयों में बड़ा था। छोटा भाई बारहवीं का छात्र है। वह माता पिता के पास मिलक में ही रहता है। परिजनों का कहना है कि जो वीडियो उन्हें प्राप्त हुई है। उसमें साजिसन उनके बेटे मनजोत की हत्या की गई है।  मौके पर पहुंचकर पूरी जानकारी ली जाएगी। हॉस्टल संचालक व अन्य संदिग्धों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करायी जाएगी। (खबर लिखे जाने तक मृतक के परिजन मौके पर नहीं पहुंच पाए थे।)

कोटा में छात्र की हत्या में दोस्त व होस्टल मालिक सहित छः लोगों पर रिपोर्ट

2 _ कोटा में नीट की तैयारी कर रहे मिलक निवासी छात्र मनजोत की गुरुवार को संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत के बाद घर में मातम छा गया। सूचना पर छात्र के परिजन गुरुवार को कोटा रवाना हो गए। देर रात  कोटा पहुंचे परिजनों ने अपने बेटे मनजोत का शव देख अपना अपना आपा खो बैठे।  होनहार बेटे के सपने संजोए बैठे माता पिता पूरी रात पोस्टमार्टम हाउस पर आंसू बहाते रहे।             

इधर मिलक स्थित घर में अकेली मृतक की दादी पूरी रात बिना पलक झपकाए आंसू बहाती रही। मृतक मनजोत के बचपन की यादें बार बार दादी के दिल को झकझोर रहीं थी।      
                   
छात्र के पिता ने एसपी से रिपोर्ट दर्ज करने के लिए लगायी गुहार।

शुक्रवार की सुबह संबंधित विज्ञान नगर में परिजनों के साथ पहुंचे मृतक के पिता ने थाना प्रभारी से हत्या का मुकदमा दर्ज करने को कहा। लेकिन थाना प्रभारी आत्महत्या की रिपोर्ट दर्ज करने पर अड़े थे।  उसके बाद मजबूर पिता हरजोत सिंह छबड़ा ने कोटा शहर के एसपी से इंसाफ की गुहार लगायी तो एसपी ने हत्या का मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया। एसपी के आदेश पर विज्ञान नगर पुलिस ने चार नामजद व दो अन्य के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कर लिया।

रामपुर निवासी सहपाठी को बनाया आरोपी।
मृतक मनजोत के पिता हरजोत ने दर्ज करवाई रिपोर्ट में रामपुर शहर निवासी लक्ष्य खन्ना को आरोपी को आरोपी बनाया है।रिपोर्ट में लिखा है कि मनजोत बसंती रेजिडेंसी के रूम नं 411 में रहता था। 410 में रामपुर निवासी लक्ष्य खन्ना रहता था।दोनों के कमरों के बीच लगी जाली टूटी हुई थी। गुरुवार को सुबह नौ बहे लक्ष्य खन्ना के पिता का फोन आया था कि उनके बेटे को कुछ हो गया है। आरोप लगाया है कि लक्ष्य खन्ना, रेजिडेंसी के मालिक के एस शाह, मैनेजर उमेश श्रीवास्तव, दूसरा मैनेजर मुकेश शर्मा व दो अन्य लोगों ने मिलकर उसके बेटे के पीछे हाथ बांधकर तथा पर पन्नी बांधकर गला कसकर उनके के बेटे मनजोत की दम घोंटकर हत्या की गयी है। लक्ष्य खन्ना मेरे बेटे को परेशान करता था। उसका बेटा मनजोत क्लास टॉपर था। बारहवीं में 94 प्रतिशत व रूटीन टेस्ट में 613 व 530 नंबर आये थे।  जिस कारण वह मनजोत से ईर्ष्या करता था।

मृतक मनजोत के पिता ने बताया उनके पुत्र की उम्र सत्रह साल ग्यारह माह थी।  31 अगस्त को उसका जन्मदिन था। वह किशोर अवस्था से जवानी की ओर कदम रखता। इसीलिए जन्मदिन की तैयारियां शुरू कर दी थीं।  वह अभी बालिक भी नहीं हुआ और हत्यारों ने उसे मौत के घाट उतार दिया।                               

माता पिता का सपना था बेटा डॉक्टर बनकर करें गरीबों की सेवा।  मृतक के पिता ने बताया कि बेटे को एक प्रसिद्ध डॉक्टर बनाना और गरीबों व असहायों का निशुल्क इलाज के लिए एक बड़ा अस्पताल खोलना माता पिता का बड़ा सपना था। इसलिए नीट क्वालीफाई करने के लिए बेटे मनजोत को प्रसिद्ध कोचिंग सेंटर में दाखिला कराया था। रहने के लिए अलग से विशेष प्रकार के होस्टल में रहने की व्यवस्था की थी।अभी कुछ दिनों पहले ही मृतक के पिता ने सभी का भुगतान किया था। लेकिन उन्हें ज़रा भी अंदाजा नहीं था। कि पल भर में उनके अरमानों पर पानी फिर जाएगा।                      


मृतक के परिजनों पिता ने शुक्रवार को देर रात तक मिलक पहुंचने की सूचना दी और बताया कि शनिवार को अंतिम संस्कार किया जाएगा। इसी कारण आस-पड़ोस के लोगों ने अपनी-अपनी दुकानें भी नहीं खोली। होनहार छात्र मनजोत की मौत से हर कोई हतप्रद है। नगर में उसके होनहार छात्र के चर्चे नम आंखों से किए जा रहे हैं।

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