पेरेंट्स मीटिंग में बिजली पानी की समस्या को लेकर मचा हंगामा, अभिभावकों ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी से की शिकायत




संवाददाता मुदित प्रताप सिंह की रिपोर्ट

जनपद बरेली फतेहगंज पश्चिमी कस्बे के पास चिटौली रोड पर स्थित सेंट अल्फोंसा कन्वेंट स्कूल में आज पेरेंट्स मीटिंग में सभी छात्र-छात्राओं के अभिभावकों ने बिजली, पानी, और गंदगी की समस्या को लेकर हंगामा काटा। और स्कूल की लिखित शिकायत जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी से की।                                           

बच्चों के (अभिभावक) माता-पिता वरुण प्रताप सिंह, जयंती सिंह, संजय चौहान, अंशुल अग्रवाल, सरोज चौहान, शैफाली ठाकुर, जयप्रकाश पाठक, विपिन सिंह, आदि छात्र-छात्राओं के अभिभावकों का कहना है कि इस मौसम में वेहताशा गर्मी पड़ रही है। उसके बावजूद एक (कमरे) क्लासरूम में लगभग 40-50 बच्चे बैठा दिए जाते हैं उसके बावजूद गर्मी के इस मौसम में स्कूल में लगे पंखे को नहीं चलाया जाता है। जिससे जनरेटर के तेल की बचत हो सके। जिस कारण अब तक कई बच्चों की तबीयत खराब हो चुकी है। कोई बच्चा बाथरूम के लिए जाए तो वहां  वेहताशा गंदगी बदबू के कारण बच्चों को बाथरूम करना मुश्किल हो जाता है। और सबसे बड़ी बात यह है कि वह बाथरूम करने के बाद हैंड वॉश के लिए साबुन भी नहीं है। गर्मी के इस मौसम में अधिकतर बच्चों को ज्यादा प्यास लगती है तो मैडम पानी पीने भी नहीं जाने देती अगर जाने की इजाजत दे दी जाए तो टैंक में भरा या वहां लगी टंकी से गर्म पानी पीने को मिलता है। स्कूल में छात्र-छात्राओं की सुविधाओं एवं वेल्डिंग चार्ज के नाम पर अभिभावकों से मोटा पैसा वसूला जाता है। अगर कोई बच्चा अपने घर पर अपने माता-पिता से इन समस्याओं के बारे में जिक्र या शिकायत करता है तो अभिभावक स्कूल में आकर शिकायत करते हैं तो स्कूल टीचर उन बच्चों को ऐसे सब्जेक्ट पढ़ने और लिखने को देते हैं जो उन्हें कभी पढ़ाएं ही नहीं गए। और स्कूल शिक्षक उन बच्चों से कहते हैं अपने मम्मी पापा से शिकायत तो बहुत करते हो तुम्हें पढ़ना लिखना तो आता नहीं है। इसी का बहाना बनाकर बिना वजह बच्चों को टीचर टॉर्चर कर बिना वजह मारपीट करते है।  




बच्चों के अभिभावक वरुण प्रताप सिंह, अंशुल अग्रवाल, जयंती सिंह, संजय चौहान, शैफाली ठाकुर, विपिन सिंह, जय प्रकाश पाठक, श्याम बिहारी उपाध्याय, अखिलेश, सुनीता पांडे, अरविंद उपाध्याय, मुनेश कुमार, सरोज चौहान, प्रियंका शर्मा आदि अभिभावकों का कहना है कि अगर हमारे बच्चे पढ़ने लिखने में कमजोर है या घर से होमवर्क करके नहीं लाते हैं तो टीचर को उन्हें डांटने फटकारने का  अधिकार है। मगर हमारे बच्चों को बिना वजह टॉर्चर किया जाएगा तो हम शांत नहीं बैठेंगे अपने बच्चों की सुख सुविधाओं के लिए रुपए देने के लिए तैयार हैं अगर हमारे बच्चों को सुख सुविधाएं नहीं मिली तो हम शांत नहीं बैठेंगे। हम इसकी शिकायत शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों एवं माननीय मुख्यमंत्री से करेंगे।

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