संवाददाता मुदित प्रताप सिंह की रिपोर्ट
जनपद बरेली फतेहगंज पश्चिमी _ बजट के अभाव में नहीं छपे पेपर, अव्यवस्थाओं के बीच परिषदीय स्कूलों की छमाही परीक्षा शुरू, ब्लैक बोर्ड पर शिक्षकों ने लिखे प्रशन प्रश्न, जमीन पर बैठकर छात्र-छात्राओं ने लिखे उत्तर। जानकारी के अनुसार बेसिक स्कूलों में कक्षा 8 से आठवीं तक के बच्चों की छमाही परीक्षाएं सोमवार से शुरू हो गई। इस बार परीक्षा के लिए कोई बजट जारी नहीं हुआ है। इस कारण पेपर ही नहीं छप पाए। स्कूलों में ब्लैक बोर्ड पर सवाल लिखकर दिए गए। तमाम जगह फर्नीचर के अभाव में बच्चों में जमीन पर बैठकर परीक्षा दी। इस दौरान बच्चों की उपस्थिति भी काम रही।
परिषदीय स्कूलों में सोमवार से छमाही परीक्षा शुरू हो गई। प्रधानाध्यापकों को निर्देश था कि वह अपने स्तर पर ही प्रश्न पत्र और कापियों की व्यवस्था कर लें। अधिकतर जगह ब्लैक बोर्ड पर सवाल लिखकर बच्चों से उत्तर लिखने को कहा गया।
फतेहगंज पश्चिमी ब्लॉक क्षेत्र के औंध गांव में उच्च प्राथमिक विद्यालय में शिक्षकों की कमी के कारण दिव्यांग शिक्षक राहुल यदुवंशी अकेले ही तीन कक्षाओं में परीक्षा कराने में जुटे रहे। विद्यालय प्रबंधन और संचालन में हो रही असुविधा से भाजपा मण्डल अध्यक्ष फतेहगंज पश्चिमी द्वारा भी एक माह पूर्व खण्ड शिक्षा अधिकारी को अवगत कराया गया था यह विभागीय संवेदनहीनता है।
फतेहगंज पश्चिमी उच्च प्राथमिक विद्यालय की प्रधानाध्यापिका कमलेश भारती ने बताया कि शिक्षा विभाग के अधिकारियों के आदेश पर विद्यालय में सभी छात्र-छात्राओं की छमाही परीक्षा कराई जा रही है। स्कूल के शिक्षक शिक्षिकाएं अंशुल अग्रवाल, साधना वर्मा, चेतन कुमार, मोहम्मद यूनुस अंसारी, संगीता सिंह, नीरज वर्मा, अनीता, प्रियंका गंगवार, नजमी जैदी, सरिता शुक्ला, रचना अग्रवाल, मीनाक्षी अग्रवाल आदि शिक्षको ने अपनी अपनी कक्षाओं में जाकर छात्र-छात्राओं की परीक्षा कराई। प्रधानाध्यापिका ने बताया कि परीक्षा के दौरान अधिकतर छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।
इसी प्रकार प्राथमिक विद्यालय सेकंड में भी छमाही परीक्षा कराई गई। प्राथमिक विद्यालय सेकंड की प्रधानाध्यापिका स्कूल हेड रुचि अग्रवाल ने बताया कि विद्यालय में सभी छात्र-छात्राओं की छमाही परीक्षा कराई जा रही है। इस दौरान स्कूल की शिक्षिका अनीता मौर्य, सविता, मिथिलेश यादव, स्वाति चाहल, सुनीता देवी, अर्चना आदि शिक्षक शिक्षिकाओं ने अपनी अपनी कक्षाओं में जाकर परीक्षा कराई। इस दौरान अधिकतर सभी छात्र-छात्राएं विद्यालय में उपस्थित रहे।
जिन स्कूलों में शिक्षकों की अधिकता है वहां के शिक्षक कमरे और फील्ड में बैठे नजर आए।
बरेली इज्जत नगर स्कूल में भी ब्लैक बोर्ड पर सवाल लिखे गए। वरिष्ठ शिक्षक नेता हरीश बाबू शर्मा ने कहा की परीक्षा के नाम पर विभाग गंभीर नहीं दिखता है।
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