औंध गांव में बाबा बैजनाथ पुण्यतिथि पर हुआ विशाल भंडारे का आयोजन



संवाददाता मुदित प्रताप सिंह की रिपोर्ट

जनपद बरेली फतेहगंज पश्चिमी _  विकासखंड फतेहगंज पश्चिमी क्षेत्र के गांव औंध में बाबा बैजनाथ पुण्यतिथि पर बाबा शोभा दास की मढ़ी पर  बृहस्पतिवार 18 जनवरी 2024 को सुबह आठ बजे अखंड रामायण का पाठ प्रारंभ हुआ और दूसरे दिन शुक्रवार को (रामचरितमानस) अखंड रामायण पाठ समापन होने के बाद विशाल भंडारे का आयोजन किया गया।



जिसमें औंध गांव के सभी ग्राम वासियों के अलावा जिला बरेली और कस्बा फतेहगंज पश्चिमी एवं आसपास एवं दूर दराज क्षेत्रों से आए समस्त श्रद्धालुओं ने भंडारे का प्रसाद ग्रहण किया। इस मौके पूर्व सांसद प्रवीण सिंह ऐरन की पत्नी पूर्व मेयर सुप्रिया ऐरन, मीरगंज विधायक डॉ डीसी वर्मा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल के जिला उपाध्यक्ष संजय चौहान, कैलाश शर्मा, गौरव मिश्रा, सचिन चौहान, भारत विकास परिषद रोहिलखंड पूर्वी प्रांत के प्रांतीय महासचिव राहुल यदुवंशी, अंतराष्ट्रीय वैश्य महा सम्मेलन के युवा जिला अध्यक्ष आशीष अग्रवाल, भाजपा मंडल उपाध्यक्ष अबोध सिंह, जगत सिंह उर्फ सनी, किसान यूनियन के जिला मीडिया प्रभारी ठाकुर अरविंद सिंह, संदीप सिंह, पूर्व प्रधान राहुल सिंह, भाजपा मंडल अध्यक्ष कुलवीर सिंह, मंडल उपाध्यक्ष ठाकुर संजीव सिंह, हरीश गंगवार, संजीव शर्मा, पंकज शर्मा, सौरभ पाठक, डॉ मुदित प्रताप सिंह, दिनेश पांडे ठाकुर धीरेंद्र सिंह, उच्च प्राथमिक विद्यालय औंध के प्रधानाचार्य राहुल यदुवंशी, औंध ग्राम प्रधान राहुल सिंह उर्फ अरविंद कुमार सिंह, डॉ मोहन स्वरूप, अध्यापक अवधेश कुमार सिंह, अध्यापक राकेश कुमार सिंह, केपी मौर्य, नेत्रपाल मौर्य, महेंद्र पाल मौर्य, योगेश कुमार सिंह आदि समस्त ग्राम वासियों का भंडारे में विशेष सहयोग रहा। 



औंध ग्राम प्रधान राहुल सिंह, कार्यक्रम आयोजक अवधेश कुमार सिंह एवं डॉक्टर डाक्टर मोहन स्वरूप ने बताया कि हमारे औंध गांव में हर साल की तरह इस साल भी श्री बैजनाथ बाबा की पुष्प तिथि पर श्री शोभा दास बाबा की मढ़ी पर 19 वां विशाल भंडारा  कराया गया। जिसमें दूर दराज से आए (लोगों ने) श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण कर भंडारे में पूरी सब्जी हलवा का आनंद लिया। और बताया कि बाबा के दरबार में जो भी कोई सच्चे मन से प्रार्थना कर मुराद मांगता है तो उसकी मुराद जरूर पूरी होती है। इसीलिए दूर दराज से लोग बाबा की मढ़ी पर मन्नत मांगने आते हैं।

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