रबर फैक्ट्री की जमीन पर औद्योगिक हब बनाने के लिए भाजपा नेता आशीष अग्रवाल ने लखनऊ में कैबिनेट मंत्री धर्मपाल सिंह से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा




संवाददाता मुदित प्रताप सिंह की रिपोर्ट

बरेली फतेहगंज पश्चिमी _ रबड़ फैक्ट्री की जमीन पर औद्योगिक हब बनाने के लिए भाजपा नेता आशीष अग्रवाल ने युवा अंतर्राष्ट्रीय वैश्य महासम्मेलन के प्रतिनिधिमंडल के साथ लखनऊ में कैबिनेट मंत्री धर्मपाल सिंह से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा। 

कैबिनेट मंत्री धर्मपाल सिंह ने अंतराष्ट्रीय वैश्य सम्मेलन के युवा जिला अध्यक्ष भाजपा नेता आशीष अग्रवाल की बात को संज्ञान में लेकर और उनके द्वारा दिए गए (ज्ञापन) प्रार्थना पत्र पर कैबिनेट मंत्री ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से रबर फैक्ट्री की जमीन पर औद्योगिक हब बनाने और बाम्बे हाईकोर्ट में उत्तर प्रदेश सरकार को पुरजोर पैरवी के लिए पत्र लिखा है।

जानकारी के अनुसार जनपद बरेली कस्बा फतेहगंज पश्चिमी में ंलगी रबड़ फैक्ट्री की जमीन पर अल्केमिस्ट कंपनी के मालिकाना हक पर बांबे हाईकोर्ट ने पूर्व में दिए अपने फैसले को खारिज कर दिया था। जिससे जमीन पर मालिकाना हक राज्य सरकार के पक्ष में फैसला आने की उम्मीद जगी हैं।                                

रबर फैक्ट्री प्रकरण में भाजपा नेता अंतराष्ट्रीय वैश्य सम्मेलन के युवा जिला अध्यक्ष आशीष अग्रवाल लगातार केंद्र व प्रदेश सरकार के मंत्रियों से मिलकर से जमीन वापसी प्रकरण और कर्मचारियों के बकाया भुगतान के संबंध में कड़ी पैरवी कर रहे हैं। उन्होंने सरकार से वरिष्ठ अधिकारियों और सरकारी अधिवक्ताओं के माध्यम बांबे हाईकोर्ट में राज्य सरकार को मजबूती से पैरवी कर फतेहगंज पश्चिमी में औद्योगिक हब बनाने के लिए दो दर्जन से ज्यादा मंत्रियों और उपमुख्यमंत्री समेत मुख्यमंत्री को लखनऊ में मांग पत्र दिए थे। जिन पर सभी ने मुख्यमंत्री को भाजपा नेता आशीष अग्रवाल के प्रस्ताव को संस्तुति सहित मुख्यमंत्री कार्यालय को भेजा है।            

रबर फैक्ट्री प्रकरण में जब भाजपा नेता आशीष अग्रवाल से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि  25 वर्ष से बंद पड़ी रबर फैक्ट्री की 1500 एकड़ जमीन  उत्तर प्रदेश सरकार के तत्कालीन राज्यपाल के हस्ताक्षरों वाली रजिस्टर्ड सेल डील के साथ इस शर्त पर दी गई थी की फैक्ट्री 6 माह या अधिक समय तक बंद रहने पर खरीदी गई कीमत पर ही सरकार को वापस करनी होगी।  और उन्होंने बताया कि 15 जुलाई 1999 को रबर फैक्ट्री की अघोषित  तालाबंदी कर दी और सभी 1443 स्थाई अधिकारियों कर्मचारियों को फैक्ट्री को दोबारा चालू होने पर बकाया वेतन और अन्य देयों के साथ भुगतान आश्वासन देकर सवेतन अवकाश पर भेज दिया। भयाभय आर्थिक तंगी नहीं झेल पाने की वजह से 14 श्रमिकों को खुदकुशी करनी पड़ी। जबकि 600 से ज्यादा मजदूर भुखमरी गरीबी से त्रस्त होकर असमय ही मृत्यु के मुंह में समा चुके हैं। और बताया कि हमने रबर फैक्ट्री की खाली पड़ी 1500 एकड़ जमीन पर औद्योगिक हब बनाने के लिए  कैबिनेट मंत्री धर्मपाल सिंह एवं अन्य कैबिनेट मंत्रियों और वरिष्ठ भाजपा नेताओं को ज्ञापन दे चुके है।                

इस दौरान प्रतिनिधमंडल में आशीष अग्रवाल, सुनील रस्तोगी, शशांक अग्रवाल उर्फ अन्ना भाई, सूचित अग्रवाल, मयंक अग्रवाल, जिला योजना समिति सदस्य अबोध सिंह, मीडिया प्रभारी डॉक्टर मुदित प्रताप सिंह, जगत सिंह उर्फ सनी, गौतम गोयल, अंशुल अग्रवाल, नदीम अंसारी, ताहिर राजा नूरी आदि उपस्थित रहे।

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