करन थापर और प्रशांत किशोर के बीच तीखी बहस: सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो ने मचाई हलचल



लोकसभा चुनाव 2024 के परिणामों को लेकर विश्लेषक और जनता समान रूप से उत्साहित हैं। चुनावी चर्चा के इस दौर में प्रसिद्ध राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर भी चर्चाओं का केंद्र बने हुए हैं। हाल ही में, द वायर के पत्रकार करन थापर के साथ प्रशांत किशोर की बहस का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।

इस इंटरव्यू में करन थापर और प्रशांत किशोर के बीच तीखी नोक-झोंक देखने को मिली। करन थापर ने प्रशांत किशोर से बीजेपी की सीटों को लेकर सवाल किया। प्रशांत किशोर ने दावा किया कि इस बार के चुनाव में बीजेपी की सीटों में कोई कमी नहीं दिख रही है। उन्होंने कहा कि उत्तर-पश्चिमी भारत के राज्यों में बीजेपी का मजबूत गढ़ है और पार्टी को यहां से कोई बड़ा नुकसान नहीं होगा। वहीं, दक्षिण-पूर्वी राज्यों से होने वाली भरपाई का भी जिक्र किया।

करन थापर ने प्रशांत किशोर के इस दावे पर सवाल उठाया और उनके पिछले अनुमान की ओर इशारा किया जिसमें उन्होंने हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की हार की भविष्यवाणी की थी, लेकिन परिणाम इसके उलट आए थे। प्रशांत किशोर ने इस पर करन से उस बयान का सबूत मांगा और वीडियो दिखाने की मांग की। उन्होंने चुनौती दी कि अगर करन वह वीडियो दिखा दें तो वह इस पेशे को छोड़ देंगे। वहीं, अगर करन गलत साबित होते हैं तो उन्हें माफी मांगनी चाहिए।

यह बहस इतनी बढ़ गई कि प्रशांत किशोर ने करन थापर को धमकाने के प्रयासों पर सख्त प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, "करन, आप मुझे डरा-धमका नहीं सकते। कोई भी पत्रकार मुझे नहीं डरा सकता है।" इसके बाद भी इंटरव्यू जारी रहा और अन्य सवालों पर चर्चा की गई।

सोशल मीडिया पर इस बहस को लेकर विभाजित प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं। कुछ लोग करन थापर की प्रशंसा कर रहे हैं तो कुछ प्रशांत किशोर की तरफदारी कर रहे हैं।

ऋतु राठौर ने लिखा, "ईमानदारी से कहूं तो प्रशांत किशोर को इतना उग्र होने की जरूरत नहीं थी। उन्होंने हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की हार को लेकर खुद ही ट्वीट किया था। फिर इससे इनकार क्यों? हर किसी को अपनी गलती मान लेनी चाहिए।"

वहीं, स्वाति दीक्षित ने लिखा, "करन थापर ने प्रशांत किशोर को एक्सपोज कर दिया। प्रशांत का फ्रस्ट्रेशन और हावभाव देखिए। पकड़े गए तो उन्होंने चिल्लाना शुरू कर दिया।"

दूसरी तरफ अरुण पुदुर ने लिखा, "करन थापर को बढ़िया सबक मिल गया। हर कोई जानता है कि वो कैसे झूठ बोलकर अपने गेस्ट को डराते हैं।"

दर्शन पाठक ने लिखा, "मैं आप जैसे चार लोगों से निपट सकता हूं... जब करन थापर उन्हें धमकाने की कोशिश करते हैं तो प्रशांत किशोर ने ये कहा। करन इस बार भी आधा सच छिपाकर चालाकी करना चाह रहे थे।"

इस घटना ने चुनावी विश्लेषण और पत्रकारिता के मानकों पर एक नई बहस छेड़ दी है। अब देखना होगा कि आगे की चर्चाएं किस दिशा में जाती हैं और इन राजनीतिक दावों और अनुमान का क्या परिणाम निकलता है।

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