नई दिल्ली – एअर इंडिया एक बार फिर अपने यात्रियों को निराश करने के कारण सुर्खियों में है। दिल्ली से सैन फ्रांसिस्को जाने वाली फ्लाइट AI-183 में 30 घंटे की देरी ने यात्रियों को भारी परेशानी में डाल दिया। इस देरी के कारण 237 बुक किए गए यात्रियों में से केवल 199 ने ही उड़ान भरी।
विमान के गर्म केबिन में इंतजार करते-करते कुछ यात्री बेहोश हो गए। एअर इंडिया के मुख्य परिचालन अधिकारी क्लॉस गोएर्श ने यात्रियों से सार्वजनिक रूप से माफी मांगते हुए कहा, "सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है, और हम इस असुविधा के लिए खेद व्यक्त करते हैं।" कंपनी ने यात्रियों को 350 डॉलर का ट्रैवल वाउचर या रिफंड देने की पेशकश की है।
टाटा संस के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन ने स्थिति पर कड़ी नजर रखते हुए एअर इंडिया के प्रबंधन से चर्चा की है। डीजीसीए ने एयरलाइन को कारण बताओ नोटिस जारी कर 24/5 की AI179 और 30/5 की AI183 में हुई देरी के लिए जवाब मांगा है।
एअर इंडिया ने अपनी अन्य उड़ानों में भी यात्रियों को निराश किया है। दिल्ली-वैंकूवर नॉनस्टॉप फ्लाइट भी 20 घंटे से ज्यादा की देरी से चली, जबकि पिछले 10 दिनों में कैलिफोर्निया की दो अन्य उड़ानें 18 से 30 घंटे की देरी से प्रभावित हुईं। यात्रियों को हुए असुविधा के लिए होटल में ठहरने, रिफंड और रीशिड्यूलिंग के विकल्प भी दिए गए थे।
यह घटना एअर इंडिया के लिए एक और गंभीर झटका है, जिससे यात्रियों की संतुष्टि और सेवा की गुणवत्ता पर प्रश्नचिन्ह खड़े हो गए हैं। आने वाले दिनों में एयरलाइन को डीजीसीए के नोटिस का जवाब देना होगा और यात्रियों की विश्वास बहाली के लिए ठोस कदम उठाने होंगे।
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