लखनऊ यूनिट की कार्रवाई, 344 करोड़ के लेनदेन पर 52 करोड़ का कर दायित्व
उत्तर प्रदेश के कानपुर में बुधवार को स्पेशल सीजेएम कोर्ट ने कामधेनु ब्रांड सरिया के डायरेक्टर नवीन जैन को 52 करोड़ रुपये की सीजीएसटी चोरी के आरोप में जेल भेज दिया है। डीजीजीआई की लखनऊ यूनिट ने पिछले तीन दिनों से कानपुर में कंपनी के ठिकानों पर छापेमारी की थी। छापेमारी में कर चोरी के पुख्ता सबूत मिलने के बाद जैन को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
2019 में भी पकड़ी गई थी कर चोरी, साढ़े तीन करोड़ का जुर्माना भरकर बच निकले थे नवीन जैन
विशेष लोक अभियोजन अंबरीष टंडन ने जानकारी दी कि राधे-राधे इस्पात प्राइवेट लिमिटेड में 2019 में भी टैक्स चोरी पकड़ी गई थी। तब नवीन जैन ने साढ़े तीन करोड़ रुपये का जुर्माना भरकर राहत पाई थी। आरोप है कि पिछले 4 साल से कंपनी माल बनाकर बिना लिखित रिकॉर्ड के सीधे डीलरों को भेज रही थी।
तीन दिनों की छापेमारी के बाद गिरफ्तार, 9 जुलाई को होगी अगली सुनवाई
डीजीजीआई की लखनऊ यूनिट ने तीन दिन पहले कानपुर में छापेमारी शुरू की थी। जांच में कर चोरी के सबूत मिलने के बाद नवीन जैन को गिरफ्तार कर स्पेशल सीजेएम कोर्ट में पेश किया गया। डीजीजीआई ने कोर्ट को बताया कि टैक्स चोरी के लेनदेन का साइज करीब 344 करोड़ रुपये है, जिस पर 52 करोड़ रुपये का कर दायित्व बनता है। मामले की अगली सुनवाई 9 जुलाई को होगी।
अकांक्षा की रिपोर्ट
0 टिप्पणियाँ