नई दिल्ली - लोकसभा चुनाव 2024 के सभी सात चरणों का मतदान समाप्त हो चुका है और विभिन्न चैनलों द्वारा जारी एग्जिट पोल के नतीजे सामने आ चुके हैं। इन नतीजों में ज्यादातर ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की एक बार फिर से सत्ता में वापसी का संकेत दिया है। भाजपा में खुशी की लहर है, जबकि कांग्रेस पार्टी में रणनीतिक हलचल तेज हो गई है।
भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने एग्जिट पोल के नतीजों पर उत्साह व्यक्त किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने भाजपा मुख्यालय में वरिष्ठ नेताओं के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की। भाजपा कार्यकर्ताओं ने दिल्ली और अन्य राज्यों में जश्न मनाना शुरू कर दिया है।
वहीं, कांग्रेस पार्टी में एग्जिट पोल के नतीजों के बाद असंतोष की स्थिति उत्पन्न हो गई है। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी ने पार्टी के लोकसभा सदस्यों के साथ एक आपातकालीन जूम कॉल मीटिंग की। पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने आज कांग्रेस राज्य इकाई के अहम नेताओं के साथ बैठक बुलाई है। इस बैठक में चुनाव परिणामों को लेकर विस्तृत चर्चा होगी।
जयराम रमेश ने एग्जिट पोल पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि एग्जिट पोल "मैनेज" किए गए हैं और इस पर विश्वास नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "4 जून को असली पोल आने दीजिए। इंडी गठबंधन को 295 से कम सीट नहीं मिल रही है। एग्जिट पोल पर विश्वास नहीं करना चाहिए। एक माहौल बनाया जा रहा है कि हम आने वाले हैं।"
इसके अलावा, कांग्रेस ने 1 जून को किसी भी न्यूज चैनल पर एग्जिट पोल से जुड़ी बहस में हिस्सा नहीं लेने का ऐलान किया। पार्टी प्रवक्ता पवन खेड़ा ने बयान दिया कि 4 जून को वास्तविक नतीजे आने से पहले किसी भी तरह की अटकलों और बहस में शामिल होने का कोई कारण नहीं है।
इस राजनीतिक माहौल में जहां एक तरफ एनडीए की संभावित जीत की चर्चा है, वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस में अंतःकलीन बदलाव और रणनीतिकारों के बीच मंथन जारी है।
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