डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि पर भाजपा ने मनाया बलिदान दिवस, 'एक देश, एक संविधान' की प्रतिबद्धता दोहराई




मछली शहर में भाजपा कार्यकर्ताओं ने किया भावुक श्रद्धांजलि कार्यक्रम, बूथ स्तर पर आयोजन

इंद्रेश तिवारी की रिपोर्ट

मछली शहर (जौनपुर) – जनसंघ के संस्थापक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि को भाजपा कार्यकर्ताओं ने बलिदान दिवस के रूप में मनाया। देशभर में भाजपा संगठन ने बूथ स्तर पर कई कार्यक्रम आयोजित किए, जिनमें पार्टी कार्यकर्ताओं ने डॉ. मुखर्जी को श्रद्धांजलि अर्पित की। इसी क्रम में मछली शहर विधानसभा के गोहका गांव में भी एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया।

भाजपा की 'एक देश, एक संविधान' की प्रतिबद्धता

कार्यक्रम में भाजपा नेता इंद्रेश तिवारी ने कहा, "डॉ. मुखर्जी एक देश में दो संविधान और दो प्रधान के प्रबल विरोधी थे। उनका मानना था कि पूरे देश में केवल एक संविधान लागू होना चाहिए। आज भी जम्मू-कश्मीर में हमारे देश का संविधान पूरी तरह से प्रभावी नहीं है। कुछ नेताओं की गलत नीतियों के कारण आज भी एक देश में दो विधान के तहत कार्य किए जाते हैं।"

श्रद्धांजलि कार्यक्रम में भाजपा कार्यकर्ताओं की भागीदारी

इस भावुक श्रद्धांजलि कार्यक्रम में भाजपा कार्यकर्ताओं ने डॉ. मुखर्जी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की और उन्हें नमन किया। बरसठी मंडल उपाध्यक्ष धीरज शुक्ल ने कहा, "डॉ. मुखर्जी ने भारतीय राजनीति को नई दिशा और दशा दी। उनके बलिदान को हम कभी नहीं भूल सकते।"

इस मौके पर राजकुमार तिवारी, अजय तिवारी, रंजीत अग्रहरी, प्रकाश चंद्र, पवन कुमार सहित कई अन्य भाजपा कार्यकर्ता उपस्थित थे। सभी ने डॉ. मुखर्जी के बलिदान को याद करते हुए उनके विचारों को आत्मसात करने का संकल्प लिया।

भाजपा के 'बलिदान दिवस' का महत्व

भाजपा कार्यकर्ताओं ने डॉ. मुखर्जी के बलिदान को याद करते हुए उनके विचारों और सिद्धांतों पर चर्चा की। उन्होंने 'एक देश, एक संविधान' के विचार को मजबूत करने के लिए अपने संकल्प को दोहराया। इस प्रकार के कार्यक्रम भाजपा की विचारधारा और उनकी प्रतिबद्धता को जन-जन तक पहुंचाने का महत्वपूर्ण माध्यम बनते हैं।

डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि पर आयोजित इस बलिदान दिवस ने भाजपा कार्यकर्ताओं को उनके विचारों और बलिदान को याद करने का महत्वपूर्ण अवसर प्रदान किया। 'एक देश, एक संविधान' के प्रति भाजपा की प्रतिबद्धता को मजबूत करते हुए, इस प्रकार के कार्यक्रमों से कार्यकर्ताओं में नई ऊर्जा का संचार होता है।

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