सोलर सिटी प्रोग्राम: अयोध्या, गोरखपुर और वाराणसी में बिजली की 10% खपत सौर ऊर्जा से होगी



उत्तर प्रदेश के प्रमुख शहर अयोध्या, गोरखपुर और वाराणसी अब सौर ऊर्जा से रोशन होंगे। राज्य सरकार ने सोलर सिटी कार्यक्रम के तहत इन शहरों की कुल विद्युत खपत का 10 प्रतिशत सौर ऊर्जा से पूरा करने का लक्ष्य रखा है। ऊर्जा एवं अतिरिक्त ऊर्जा स्त्रोत विभाग के प्रमुख सचिव नरेंद्र भूषण की अध्यक्षता में बुधवार को हुई राज्य स्तरीय समिति की बैठक में यह निर्णय लिया गया।

बैठक में नगर निगम अयोध्या, गोरखपुर और वाराणसी के लिए कई महत्वपूर्ण प्रस्तावों पर सैद्धांतिक सहमति दी गई। इनमें स्मार्ट सोलर स्ट्रीट लाइट, सोलर हाई मास्ट, सोलर ट्री और वॉटर किऑस्क शामिल हैं। अयोध्या के सरयू नदी के तट पर स्थापित हो रहे 40 मेगावाट सोलर पावर प्लांट में से 14 मेगावाट की स्थापना हो चुकी है, जबकि शेष 26 मेगावाट का कार्य प्रगति पर है।

प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के तहत अयोध्या को 50,000, गोरखपुर को 75,000 और वाराणसी को 75,000 घरेलू सोलर संयंत्र लगाने का लक्ष्य मिला है। इस योजना के अंतर्गत केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा अनुदान भी दिया जा रहा है, जिससे सोलर रूफटॉप संयंत्र लगाना और भी सस्ता हो गया है।

प्रदेश में 25 लाख घरों पर सोलर रूफटॉप संयंत्रों की स्थापना का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। एक किलोवाट के सोलर संयंत्र पर केंद्र से ₹30,000 और राज्य से ₹15,000 का अनुदान मिलेगा। दो किलोवाट पर यह राशि केंद्र से ₹60,000 और राज्य से ₹30,000 होगी। तीन किलोवाट पर केंद्र से ₹78,000 और राज्य से ₹30,000 का अनुदान मिलेगा। तीन किलोवाट से अधिक के संयत्र पर केंद्र से ₹78,000 और राज्य से ₹30,000 का अनुदान दिया जाएगा। योजना का लाभ उठाने के लिए नेशनल पोर्टल (https://pmsuryaghar.gov.in) पर ऑनलाइन आवेदन करना होगा।

सरकार की इस पहल से न केवल ऊर्जा की बचत होगी बल्कि पर्यावरण संरक्षण को भी बढ़ावा मिलेगा। यह कदम उत्तर प्रदेश को एक स्थायी और स्वच्छ ऊर्जा स्रोत की दिशा में ले जाने वाला महत्वपूर्ण कदम है।

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