यूपी में नई शिक्षा नीति: अब हाईस्कूल के छात्र पढ़ेंगे दस विषय



उत्तर प्रदेश सरकार ने माध्यमिक शिक्षा परिषद के हाईस्कूल पाठ्यक्रम में बड़ा बदलाव किया है। नई शिक्षा नीति के तहत अब छात्रों को छह के बजाय दस विषय पढ़ने होंगे। इस परिवर्तन का उद्देश्य छात्रों को व्यापक और विविध शिक्षा प्रदान करना है।

दस विषयों की अनिवार्यता

नई शिक्षा नीति में दस विषयों की पढ़ाई अनिवार्य की गई है। इनमें हिंदी के साथ तीन भाषाएं शामिल होंगी, जिनमें से एक हिंदी अनिवार्य होगी और शेष दो भाषाएं संस्कृत, अंग्रेजी या देश की अन्य भाषाओं में से चुनी जा सकेंगी। इसके अलावा, गणित, मानव विज्ञान, एमसीसी, कम्प्यूटर, कृषि, वाणिज्य, और पर्यावरण में से किसी एक विषय का चयन करना होगा। कला, संगीत, चित्रकला या रंजन कला में से भी एक विषय चुनना होगा। नैतिक शिक्षा, योग, और खेल में से भी एक विषय अनिवार्य होगा। दसवां विषय व्यवसायिक शिक्षा का होगा।

विभागीय तैयारी

माध्यमिक शिक्षा परिषद ने इस नई नीति के कार्यान्वयन के लिए तैयारी शुरू कर दी है। जिला विद्यालय निरीक्षक पीके श्रीवास्तव ने बताया कि बोर्ड ने पाठ्यक्रम में बदलाव के लिए सुझाव मांगे हैं और अंतिम आदेश आने पर क्रियान्वयन शुरू कर दिया जाएगा।

छात्रों के लिए फायदे

यह नई शिक्षा नीति छात्रों को व्यापक ज्ञान और कौशल प्रदान करने का अवसर देती है। विभिन्न भाषाओं, गणित, विज्ञान, और व्यावसायिक शिक्षा के अध्ययन से छात्रों का सर्वांगीण विकास होगा और उन्हें अधिक रोजगार के अवसर मिलेंगे।

इस नई नीति के तहत छात्र-छात्राएं न केवल अकादमिक ज्ञान बल्कि व्यावसायिक और नैतिक शिक्षा भी प्राप्त करेंगे, जो उन्हें एक सशक्त और सक्षम नागरिक बनने में मदद करेगी। 

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