अखिलेश यादव ने संसद में मीडिया पाबंदी पर गरमाया मुद्दा, पत्रकारों से मिलकर दी समर्थन की बात



अखिलेश यादव ने संसद में मीडिया पर पाबंदी का मुद्दा उठाया और पत्रकारों से मुलाकात कर उनकी समस्याओं को समझा। राहुल गांधी ने भी इस मामले पर आवाज उठाई।


समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने संसद में मीडिया पाबंदी के खिलाफ आवाज उठाई है। नए संसद भवन में मीडियाकर्मियों के लिए अलग स्थान बनाए जाने पर उन्होंने कड़ी आपत्ति जताई। पुराने संसद भवन में पत्रकारों की पहुंच मुख्य द्वार तक थी, लेकिन नए व्यवस्था में उन्हें एक घेरे तक सीमित कर दिया गया है।


सोमवार को संसद सत्र के दौरान नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने भी इस मुद्दे को उठाया और पत्रकारों को 'बेचारे' कहकर संबोधित किया। इस पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने राहुल गांधी से मीडियाकर्मियों के लिए इस शब्द का प्रयोग न करने की बात कही।


अखिलेश यादव ने संसद भवन में पत्रकारों से मुलाकात की और उनकी समस्याओं को जाना। उन्होंने मीडियाकर्मियों से कहा कि वह मंगलवार को इस मुद्दे को संसद में जोरदार तरीके से उठाएंगे। उन्होंने कहा कि भले ही मीडिया हमारे खिलाफ रहे, लेकिन उन पर पाबंदी नहीं होनी चाहिए। उन्होंने इस स्थिति को मीडियाकर्मियों के लिए अनुचित करार दिया।


अखिलेश यादव ने यूपी सरकार के बुलडोजर मॉडल का भी जिक्र किया। उन्होंने राव आईएएस कोचिंग सेंटर में तीन यूपीएससी एस्पिरेंट्स की मौत के मामले पर सरकार की नीतियों पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि यह एक दर्दनाक घटना है और अधिकारियों की जिम्मेदारी बनती है कि वह सही योजना और एनओसी प्रदान करें। उन्होंने पूछा कि दिल्ली में अवैध निर्माणों पर बुलडोजर कब चलेगा?


अखिलेश यादव ने यह भी कहा कि यूपी में योगी सरकार लगातार अवैध निर्माणों और माफियाओं के अड्डों पर बुलडोजर एक्शन कर रही है। अब सवाल यह है कि क्या दिल्ली में भी सरकार इस प्रकार की कार्रवाई करेगी?

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