उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आगामी पर्व-त्योहारों को ध्यान में रखते हुए वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की। इसमें उन्होंने स्पष्ट किया कि कांवड़ यात्रा हो या मुहर्रम, किसी भी नई परंपरा की अनुमति नहीं दी जाएगी। इसके साथ ही धार्मिक भावनाओं को आहत करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। मुख्यमंत्री ने यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि हर पर्व शांति और सौहार्द के माहौल में संपन्न हो।
कांवड़ यात्रा और मुहर्रम: प्रशासन की भूमिका
कांवड़ यात्रा की तैयारी
कांवड़ यात्रा का उत्तर प्रदेश में विशेष महत्व है। श्रावण मास में होने वाली इस यात्रा के दौरान लाखों भक्त शामिल होते हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिए कि यात्रा के मार्गों पर सभी आवश्यक सुविधाएं सुनिश्चित की जाएं। इनमें स्वच्छता, स्ट्रीट लाइट, और पुलिस बल की तैनाती शामिल है।
सड़क और बिजली की व्यवस्था
- यात्रा मार्गों पर जर्जर बिजली के खंभों और झूलते-लटकते बिजली के तारों की मरम्मत की जाए।
- यात्रा मार्गों को चिन्हित करते हुए भीड़ प्रबंधन, रूट डायवर्जन, और सीसीटीवी कैमरों की व्यवस्था समय से की जाए।
डीजे और संगीत की आवाज
- डीजे, गीत-संगीत आदि की आवाज निर्धारित मानकों के अनुरूप होनी चाहिए।
- डीजे की ऊंचाई एक तय सीमा से अधिक नहीं होनी चाहिए।
मुहर्रम की तैयारी
मुहर्रम के जुलूस और ताजिया निकालने के दौरान भी मुख्यमंत्री ने विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि ताजिया की ऊंचाई परंपरा के अनुरूप होनी चाहिए और दुर्घटना का कारण बनने वाले अनावश्यक रूप से बड़े ताजिया जुलूस में शामिल नहीं होने चाहिए।
समितियों और प्रशासन का समन्वय
- ताजिया से जुड़ी समितियों और शांति समिति के साथ स्थानीय प्रशासन संवाद-समन्वय बनाए।
- विगत वर्ष हुई दुर्घटनाओं को ध्यान में रखते हुए इस साल जरूरी प्रबंध किए जाएं।
धार्मिक भावनाओं का सम्मान
- धार्मिक यात्राओं और जुलूसों में किसी प्रकार के अस्त्र-शस्त्र का प्रदर्शन नहीं होना चाहिए।
- किसी भी ऐसी घटना से बचने के निर्देश दिए गए हैं जिससे दूसरे धर्म के लोगों की भावनाएं आहत हों।
शांति और सौहार्द की अपील
मुख्यमंत्री ने कहा कि हर एक पर्व शांति और सौहार्द के बीच संपन्न हो, इसके लिए सभी जरूरी प्रयास किए जाएं। कांवड़ शिविर लगाने के स्थान पहले से चिन्हित हों, ताकि आवागमन बाधित नहीं हो। शरारती तत्वों पर विशेष नजर रखी जाए और कांवड़ शिविर लगाने वालों का सत्यापन किया जाए।
सीएम योगी की हिदायतें: एक सारांश
- कांवड़ यात्रा और मुहर्रम में नई परंपराओं की अनुमति नहीं।
- धार्मिक भावनाओं को आहत करने वालों पर कड़ी कार्रवाई।
- यात्रा मार्गों पर स्वच्छता, स्ट्रीट लाइट, और पुलिस बल की तैनाती।
- डीजे और संगीत की आवाज निर्धारित मानकों के अनुरूप।
- ताजिया की ऊंचाई परंपरा के अनुसार।
- शांति और सौहार्द सुनिश्चित करने के लिए सभी जरूरी प्रयास।
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