हाथरस में हुए सत्संग के बाद भगदड़ में 121 लोगों की मौतों के मामले में गिरफ्तार देवप्रकाश मधुकर के कई सियासी पार्टियों से गहरे रिश्ते उजागर हुए हैं। पुलिस पूछताछ में यह खुलासा हुआ है कि मधुकर का काम सत्संग के लिए फंड इकट्ठा करना और बड़े आयोजनों की जिम्मेदारी संभालना था।
राजनीतिक दलों के साथ मधुकर का संबंध
मधुकर की गिरफ्तारी के बाद एजेंसियों को पता चला है कि वह कई बड़े नेताओं के संपर्क में था। वह उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, राजस्थान, बिहार और छत्तीसगढ़ में सत्संग समितियों के सदस्य हैं।
भोले बाबा के प्रिय शिष्य और चंदा व्यवस्था
एटा निवासी मधुकर पिछले 10 साल से भोले बाबा की मानव मंगल मिलन सद्भावना समागम समिति से जुड़ा हुआ है। उसके पास भोले बाबा के प्रिय शिष्य का दर्जा है और वह बड़े सत्संगों का आयोजन करता था।
सत्संग आयोजन और चंदा व्यवस्था
हाथरस के फुलरई मुगलगढ़ी गांव में सत्संग आयोजन के लिए बड़े पैमाने पर चंदा इकट्ठा किया गया था। यह चंदा 70 लाख से ज्यादा का था। मधुकर इस चंदे को ट्रस्ट में जमा कराता था और बिना रसीद के डायरी में लिखा जाता था।
सत्संग के लिए राजनीतिक दलों की सिफारिशें
मधुकर से पूछताछ में खुलासा हुआ कि कई राजनीतिक दल सत्संग की अनुमति के लिए सिफारिशी पत्र भी देते थे। यह दल अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए इनसे जुड़े रहते थे।
मधुकर के सरकारी संबंध
मधुकर कई सरकारी विभागों में सत्संग समिति के सदस्यों को जोड़ चुका था। पुलिस को जानकारी मिली है कि एक विभाग में बाबा का फोटो लगा था जिसे हादसे के बाद हटा दिया गया।
जांच एजेंसियों की कार्यवाही
हाथरस एसपी निपुण अग्रवाल ने बताया कि मधुकर से पूछताछ में पता चला है कि कई राजनीतिक पार्टियां उसके संपर्क में थीं। उसके बैंक खाते और संपत्ति की जांच की जा रही है।
भोले बाबा की समिति और मधुकर का प्रभाव
देवप्रकाश मधुकर एटा जिले में मनरेगा में तकनीकी सहायक के रूप में तैनात है। वह भोले बाबा समिति का मुख्य सेवादार भी है।
भोले बाबा की समिति के सेवानिवृत अधिकारी
कुछ सेवानिवृत अधिकारी भी भोले बाबा से जुड़े हैं और जगह-जगह सत्संग का आयोजन करते हैं। पुलिस को इनके बारे में भी जानकारी मिल गई है और उनसे पूछताछ की संभावना है।
समिति के अन्य सदस्य
समिति के अन्य सदस्यों की भी जांच की जा रही है और उनकी भूमिका का भी पता लगाया जा रहा है।
पूछताछ और जांच
देवप्रकाश मधुकर से पूछताछ में कई चौंकाने वाले राज सामने आए हैं। पुलिस और जांच एजेंसियां गहराई से जांच कर रही हैं।
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