हाथरस भगदड़: सुनियोजित साजिश या दुर्घटना? पुलिस पूछताछ में चौंकाने वाले खुलासे



हाथरस, उत्तर प्रदेश – 2 जुलाई को हाथरस के सिकंदराराऊ क्षेत्र के ग्राम फुलरई मुगलगढ़ी में सत्संग के दौरान हुई भगदड़ ने पूरे जिले को झकझोर दिया। इस त्रासदी में कई लोगों की जान गई और अनेक घायल हुए। अब इस घटना की गुत्थी को सुलझाने में पुलिस लगी हुई है और हर दिन नए खुलासे हो रहे हैं।

घटना का मुख्य आरोपी: देवप्रकाश मधुकर

इस दुर्घटना के मुख्य आरोपी देवप्रकाश मधुकर को पुलिस ने नजफगढ़, दिल्ली से गिरफ्तार किया है। देवप्रकाश इस संगठन से वर्षों से जुड़ा हुआ था और संगठन के लिए फंड इकट्ठा करने का कार्य करता था। पुलिस के अनुसार, देवप्रकाश ने स्वीकार किया कि वह कुछ राजनीतिक दलों के संपर्क में भी था।

पूछताछ के दौरान चौंकाने वाले खुलासे

पुलिस की पूछताछ में यह बात सामने आई है कि देवप्रकाश और उसके सहयोगियों ने जान-बूझकर प्रवचनकर्ता की गाड़ी को भीड़ के बीच से निकाला, जिससे भगदड़ मच गई। इसके पीछे का मकसद क्या था, यह जांच का विषय बना हुआ है। पुलिस को शक है कि यह घटना किसी राजनीतिक दल के इशारे पर की गई हो सकती है।

अन्य गिरफ्तारियाँ

देवप्रकाश की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने दो अन्य अभियुक्तों – रामप्रकाश शाक्य और संजू यादव – को भी गिरफ्तार किया है। इनसे पूछताछ में यह पता चला है कि वे भी राजनीतिक पार्टियों के संपर्क में थे। पुलिस अब तक कुल 9 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर चुकी है।

प्रशासनिक लापरवाही

घटना के दिन पुलिस प्रशासन को कार्यक्रम स्थल पर किसी भी तरह के हस्तक्षेप से रोका गया था। कार्यक्रम स्थल पर वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी करने पर पाबंदी थी। प्रशासन द्वारा निर्गत अनुमति पत्र में वर्णित शर्तों का उल्लंघन करते हुए यातायात व्यवस्था को प्रभावित किया गया। इससे स्पष्ट होता है कि आयोजकों ने सुरक्षा मानकों की अनदेखी की थी।

जांच की दिशा

पुलिस अब सभी गिरफ्तार अभियुक्तों से पूछताछ कर रही है और उनके बैंक खातों, चल-अचल संपत्तियों और मनी ट्रेल की जांच कर रही है। पुलिस ने स्पष्ट किया है कि जरूरत पड़ने पर अन्य एजेंसियों से भी सहयोग लिया जाएगा।

जनता में रोष

इस घटना ने जनता में गहरा आक्रोश पैदा कर दिया है। लोगों का कहना है कि इस तरह की दुर्घटनाएं प्रशासन की लापरवाही और आयोजनकर्ताओं की असंवेदनशीलता का परिणाम हैं। जनता अब दोषियों को सख्त से सख्त सजा की मांग कर रही है।

आगे की राह

इस मामले की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने उच्च-स्तरीय जांच बिठाई है। पुलिस का कहना है कि दोषियों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा और जल्द ही इस मामले की सच्चाई सामने लाई जाएगी। जनता को अब प्रशासनिक कार्रवाई का इंतजार है।

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