हिंदी में होनी चाहिए लॉ की पढ़ाई! लखनऊ में बोले CJI चंद्रचूड़, जानिए क्यों!



लखनऊ में आरएमएलएनएलयू के तीसरे दीक्षांत समारोह में, भारत के चीफ जस्टिस डॉ. डी.वाई. चंद्रचूड़ ने हिंदी में लॉ की पढ़ाई शुरू करने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि इससे छात्र क्षेत्रीय कानूनों को समझकर विधिक सहायता केंद्रों में मदद कर सकेंगे। सीजेआई ने बताया कि 1950 से अब तक सुप्रीम कोर्ट के 37,000 फैसलों का हिंदी अनुवाद हो चुका है, जो मुफ्त में डिजिटल रूप में उपलब्ध हैं। 


उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी इस अवसर पर बार और बेंच के बीच बेहतर तालमेल पर जोर दिया। समारोह में इलाहाबाद उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश अरुण भंसाली और अन्य गणमान्य लोग भी उपस्थित थे। 


सीजेआई चंद्रचूड़ ने कहा कि क्षेत्रीय मुद्दों से जुड़े कानूनों को विश्वविद्यालयों में पढ़ाया जाना चाहिए ताकि छात्र स्थानीय विवादों को समझकर मदद कर सकें। उन्होंने जोर दिया कि अंग्रेजी न जानने के कारण लोग अपने अधिकार नहीं समझ पाते। सीएम योगी ने इस अवसर पर कहा कि अधिवक्ताओं पर जनता का विश्वास उनकी सबसे बड़ी पूंजी है और इसे बनाए रखना एक चुनौती है।

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