यूपी के होटलों में होगा बड़ा विस्तार: दो लाख नए कमरे, तीन लाख रोजगार



उत्तर प्रदेश में पर्यटन उद्योग तेजी से विकास कर रहा है, जिससे होटल व्यवसाय में नई ऊंचाइयों को छूने की संभावना बन रही है। अयोध्या, काशी, मथुरा जैसे प्रमुख धार्मिक स्थलों पर पर्यटकों की संख्या में हो रही वृद्धि ने होटलों की मांग को आसमान छूने पर मजबूर कर दिया है। प्रदेश सरकार ने इस बढ़ती मांग को देखते हुए होटल निर्माण के मानकों में व्यापक सुधार किए हैं, जिससे होटल उद्योग को नई दिशा मिलेगी।

जीआईएस 2024: प्रदेश में होगा दो लाख कमरों का निर्माण

वैश्विक निवेश सम्मेलन (GIS 2024) के दौरान पर्यटन विभाग को प्राप्त निवेश प्रस्तावों से प्रदेश में लगभग दो लाख नए कमरे बनने की योजना है। इस पहल से करीब तीन लाख नए रोजगार के अवसर भी सृजित होंगे। पर्यटन और संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि अयोध्या, काशी और मथुरा जैसे धार्मिक स्थलों पर होटलों की मांग में भारी वृद्धि हो रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा होटल क्षेत्र के लिए निर्माण उपनियमों में सुधार के बाद भूमि उपयोग 50 फीसदी बढ़ जाएगा, जिससे एक ही भूमि पर 1.5 गुना अधिक कमरे बनाए जा सकेंगे।

सुधारों से बढ़ेगा होटल निर्माण में लचीलापन

जयवीर सिंह ने बताया कि इन सुधारों से होटल डिजाइन और विकास में नवाचार को बढ़ावा मिलेगा। होटल निर्माण अब बुटीक और पांच-सितारा होटलों से लेकर ईको-पर्यटन और धार्मिक यात्राओं तक के विविध अनुभवों में आसान हो जाएगा। प्रदेश में अब होटल खोलना और भी सरल हो गया है, क्योंकि आवास विभाग ने इसके लिए नियमों को शिथिल कर दिया है। छह से 20 कमरों तक के होटल खोलने के लिए न्यूनतम क्षेत्रफल की बाध्यता समाप्त कर दी गई है। आवासीय क्षेत्रों में यह नौ मीटर चौड़ाई वाली सड़क पर खोला जा सकेगा, जबकि 20 से अधिक कमरों वाले होटलों के लिए न्यूनतम 500 वर्ग मीटर जमीन की आवश्यकता होगी।

पर्यटन उद्योग में रोजगार के नए अवसर

पर्यटन उद्योग में रोजगार पैदा करने की भारी क्षमता है। इन सुधारों से विभिन्न क्षेत्रों में व्यापक लाभ मिलेगा। यह सुधार न केवल मौजूदा बाजार मांगों को पूरा करेंगे, बल्कि उत्तर प्रदेश को आतिथ्य विकास में अग्रणी बनाएंगे। आवासीय क्षेत्रों में 12 मीटर चौड़ी सड़क पर होटलों का निर्माण संभव होगा, जबकि गैर आवासीय क्षेत्रों में सभी तरह के होटलों के लिए सड़क की चौड़ाई 12 मीटर होनी जरूरी है। 

पर्यटन और रोजगार: एक नई दिशा

उत्तर प्रदेश सरकार के इन सुधारों से पर्यटन स्थलों पर पर्यटकों को सुविधाजनक ठहराव मिलेगा और होटल उद्योग को नई दिशा मिलेगी। ये कदम प्रदेश में पर्यटन और आतिथ्य उद्योग में निवेश और विकास के लिए अधिक अनुकूल माहौल बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण साबित होंगे। 

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