यूपी में प्राथमिक शिक्षकों की डिजिटल अटेंडेंस व्यवस्था का विरोध तेज, आंदोलन की चेतावनी



लखनऊ: उत्तर प्रदेश के प्राथमिक विद्यालयों के शिक्षकों की आठ जुलाई से ऑनलाइन अटेंडेंस व्यवस्था लागू हो रही है। इस फैसले का शिक्षक संगठनों द्वारा व्यापक स्तर पर विरोध हो रहा है। रविवार को विभिन्न शिक्षक संगठनों ने इस पर नाराजगी जताते हुए सोमवार से काली पट्टी बांधकर काम करने और 15 जुलाई को जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन करने का निर्णय लिया है।

विशिष्ट बीटीसी शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन की बैठक में इस फैसले को काले कानून की संज्ञा दी गई। संगठन ने 8 से 14 जुलाई तक काली पट्टी बांधकर काम करने और 15 जुलाई को जिला मुख्यालय पर धरना देने का निर्णय लिया है। प्रदेश अध्यक्ष संतोष तिवारी ने कहा कि सभी शिक्षकों ने एक स्वर से इस व्यवस्था का विरोध किया है और मांग की है कि पहले शिक्षकों की विभिन्न समस्याओं का समाधान किया जाए।

उत्तर प्रदेश बीटीसी शिक्षक संघ की प्रांतीय कोर कमेटी की बैठक में अध्यक्ष अनिल यादव ने कहा कि शिक्षकों, शिक्षा मित्रों और अनुदेशकों की मांगों को बिना समाधान किए इस एकतरफा काले कानून को थोपने पर नाराजगी जताई गई है। संगठन ने 20 जुलाई तक काली पट्टी बांधकर शिक्षण कार्य करने और उसके बाद भी स्थिति नहीं सुधरने पर कार्य बहिष्कार की चेतावनी दी है।

उत्तर प्रदेश महिला शिक्षक संघ की प्रदेश अध्यक्ष सुलोचना मौर्य ने डिजिटल अटेंडेंस को स्थगित करने की मांग की है। संगठन ने बेसिक शिक्षा मंत्री को ज्ञापन भेजकर शिक्षकों को ईएल, सीएल, हाफ डे, और प्रतिकर अवकाश देने की मांग की है। संगठन ने 15-20 मिनट की देरी पर किसी भी तरह की कार्यवाही न करने की भी मांग की है।

उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ की बैठक में 11 और 12 जुलाई को ब्लॉक स्तर पर शिक्षकों से बैठक कर उनका मत जानने और आगे के आंदोलन की घोषणा करने का निर्णय लिया गया है। राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ ने इस निर्णय का पूर्ण बहिष्कार करते हुए सोमवार को डीएम के माध्यम से सीएम को ज्ञापन देने का निर्णय लिया है।

बेसिक शिक्षा विभाग ने शिक्षकों की मांग को देखते हुए ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज करने के समय में राहत देते हुए सुबह 7:45 से 8:00 बजे के बजाय 8:30 बजे तक का समय दिया है। हालांकि शिक्षक इससे संतुष्ट नहीं हैं। शिक्षकों ने रविवार को सोशल मीडिया प्लेटफार्म 'एक्स' पर अभियान चलाया और दोपहर तक लगभग साढ़े तीन लाख से अधिक शिक्षकों ने इसे रिट्वीट किया, जिससे उन्होंने इस व्यवस्था को स्थगित करने की मांग की।

उत्तर प्रदेश में प्राथमिक शिक्षकों की डिजिटल अटेंडेंस व्यवस्था का तीखा विरोध हो रहा है। शिक्षक संगठनों ने काली पट्टी बांधकर काम करने, प्रदर्शन और कार्य बहिष्कार की चेतावनी दी है। अब देखना है कि सरकार इस मामले में क्या कदम उठाती है।

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