कांवड़ रूट पर बंद हुईं मांस की दुकानें, गलियों में मांस बेचने लगे कारोबारी, वाराणसी में प्रशासन सतर्क



वाराणसी में कांवड़ रूट पर मांस की दुकानें बंद, कारोबारी गलियों में बेचने लगे मांस। प्रशासन सतर्क, सर्वे में 95 दुकानें हटाईं गईं।


वाराणसी में सावन के महीने में कांवड़ियों की भीड़ को देखते हुए नगर निगम ने कांवड़ रूट पर मांस की दुकानों पर प्रतिबंध लगाया है। इस आदेश के तहत नगर निगम ने 12 मांस की दुकानों को बंद कर दिया। हालांकि, मांस कारोबारियों ने इसका तोड़ निकालते हुए गलियों में मांस बेचना शुरू कर दिया है।


कांवड़ रूट पर मांस की बिक्री पर प्रतिबंध


कांवड़ रूट पर चांदपुर चौराहे से मंडुवाडीह, महमूरगंज, रथयात्रा, गुरुबाग, गिरिजाघर, गोदौलिया, दशाश्वमेध, बीएचयू की ओर से अस्सी, नगवां, मदनपुरा, लहुराबीर से बेनियाबाग, नई सड़क, गिरिजाघर, पांडेयपुर, तेलियाबाग, लहुराबीर, मैदागिन, सोनारपुरा, रेवड़ी तालाब, भिखारीपुर, सुंदरपुर आदि इलाकों में मांस की दुकानें हटाई गई हैं। सर्वे में 95 मांस की दुकानें कांवड़ रूट पर पाई गईं, जिन्हें हटाने का काम किया गया।


गलियों में बेच रहे हैं मांस


मांस कारोबारी अब गलियों में जाकर मांस बेच रहे हैं। कारोबारी बेलाल अहमद का कहना है कि उनके परिवार की आजीविका मांस के कारोबार पर निर्भर है, और दुकान बंद होने से दिक्कतें होंगी। इसी तरह जावेद अली ने बताया कि सावन के दौरान मांस की खपत कम होती है, लेकिन पूरे महीने दुकानें बंद रखने का आदेश आया है, जिससे परिवार की आजीविका पर असर पड़ेगा। 


प्रशासन की प्रतिक्रिया


प्रभारी, पशु चिकित्सालय, नगर निगम, अनुपम त्रिपाठी ने बताया कि कांवड़ रूट पर मांस की दुकानें बंद कराने का अभियान सावन भर चलेगा। प्रशासन ने कांवड़ रूट से सटे इलाकों में मांस बेचने वालों पर भी कार्रवाई का आदेश दिया है। आने वाले दिनों में पूरे शहर से मांस की दुकानों के लिए स्थान चिह्नित किए जाएंगे।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ