भारतीय राष्ट्रवादी समानता पार्टी की हुई विचार गोष्ठी। अनारक्षित समाज की उपेक्षा पर जताई चिंता।
संवाददाता मुदित प्रताप सिंह की रिपोर्ट
जनपद बरेली _ 11 अगस्त रविवार को शक्ति सदन में भारतीय राष्ट्रवादी समानता पार्टी की ओर से एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी में अनारक्षित समाज की उपेक्षा पर जताई चिंता। युग वीणा लाइब्रेरी में चित्रकारों को पुरुस्कृत किया गया।
देश में निरंतर बढ़ाये जा रहे संवैधानिक भेदभाव पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए भारतीय राष्ट्रवादी समानता पार्टी की ओर से एक विचार गोष्ठी का आयोजन शक्ति सदन में किया गया। गोष्ठी में राष्ट्रीय समानता मोर्चा के राष्ट्रीय संयोजक अवधेश मिश्रा गोरखपुर और अनारक्षित समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेश अग्निहोत्री फरुखाबाद से पधारे, आये हुए दोनों वरिष्ठ नेताओं ने कहा कि आजादी की लड़ाई में सर्वाधिक योगदान अनारक्षित समाज का रहा है। लेकिन आजादी के बाद सर्वाधिक उपेक्षा आरक्षित समाज की और आरक्षित समाज के गरीबों की हो रही है, सभी दल अमीर आरक्षितों को लाभ पहुंचाने के एजेंडे पर चल रहे हैं। 74 वर्षों से आरक्षण का लाभ ले रहे परिवार अपने ही जाति के गरीबों का हक मार रहे हैं। राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री जैसे सर्वाधिक शक्ति सम्पन्न नेता आरक्षण का लाभ छोड़ने को तैयार नहीं हैं। सामान्य वर्ग के लिए कोई आयोग नहीं है।
131 लोकसभा और 1250 विधानसभा क्षेत्रों के सामान्य वर्ग के मतदाता प्रत्याशी नहीं बन सकते। जबकि लोकतंत्र में हर मतदाता को चुनाव लड़ने का अधिकार है। भारत में लोकतंत्र के नाम पर बंदरबाट चल रहा है। सरकार सुप्रीम कोर्ट के निर्णयों की भी खुली अवहेलना कर रही है। अनुसूचित जाति के आरक्षण में क्रीमीलेयर और वंचितों को आरक्षण देने का सराहनीय निर्णय माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने दिया है। लेकिन सरकार अमीरों से डरती है, इसलिए उनकी असंवैधानिक मांगें भी मानती है और गरीवों को उनके मानवीय और लोकतांत्रिक अधिकारों से लगातार बंचित कर रही है,
कांग्रेस, भाजपा, सपा, बसपा,
कम्युनिस्ट आदि पार्टियों का एक ही स्टैंड है। अतः आज देश की प्रगति के लिए अच्छे, राष्ट्रभक्त, ईमानदार नागरिकों को संगठित होने की अति आवश्यकता है।तभी कोई रास्ता देश को इस भंवर जाल से निकालने का मिलेगा। इसीलिए राष्ट्रीय समानता मोर्चा के वैनर पर समान विचार धारा के लोग देश और समाज को बचाने निकलें हैं।आगामी 20 अक्टूबर को जंतर मंतर पर एक विशाल रैली का आयोजन किया जायेगा। जिसमें देश के सभी नागरिकों को शिक्षा, रोजगार न्याय, प्रमोशन और राजनीति में समान अवसर देने की मांग की जायेगी,
सरकार की नीतियां जातीय आधार पर बनाना लोकतंत्र की हत्या है। भारत अकेला ऐसा देश है जहां जाति योग्यता पर भारी है। भारत की संसद में बार बार सर्वोच्च न्यायलय के निर्णयों की हत्या की जा रही है। सभी प्रमुख दल सत्ता की हवास में देश और समाज को गर्त में ले जा रहे हैं।
विचार गोष्ठी के इस मौके पर प्रदेश अध्यक्ष भारतीय राष्ट्रवादी समानता पार्टी के त्रिभुवन शर्मा, एवं प्रदेश अध्यक्ष अखिल भारतीय समानता मंच के सुरेंद्र पांडे ने भी अपने-अपने विचार व्यक्त कीजिए।
गोष्ठी में जिला अध्यक्ष महेश पाठक, महिला प्रकोष्ठ की जिला अध्यक्ष अंजू अग्निहोत्री, युवा प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष सूर्या अग्निहोत्री, युवा प्रकोष्ठ के जिला मंत्री अंकुर अग्निहोत्री, ब्रह्मानन्द शर्मा, ठाकुर भुवनेश्वर सिंह, आभा तिवारी, ठाकुर एम पी सिंह, शिवदत्त शर्मा, क्यारा के पूर्व प्रधान सर्वेश्वर पाल सिंह, सुभाष झा, रामेंद्र नारायण मिश्रा, सी के मिश्रा, अमित शर्मा, सन्ध्या शर्मा, कृष्णा औतार गौतम, सुधाकर तिवारी, अभिषेक मिश्रा, वी के शर्मा, डॉक्टर मुदित प्रताप सिंह, गजेंद्र पांडे, सचेन्द्र शर्मा, गायत्री शर्मा आदि ने भाग लिया। अध्यक्षता और संचालन त्रिभुवन शर्मा ने किया। मीडिया से प्रेस वार्ता करते समय भारतीय राष्ट्रवादी समानता पार्टी के प्रदेश सचिव डॉक्टर मुदित प्रताप सिंह ने अनारक्षित समाज की उपेक्षा पर चिंता जताई और उन्होंने कहा राष्ट्रीय समानता मोर्चा के बैनर तले नागरिकों को शिक्षा, रोजगार, न्याय, प्रमोशन और राजनीति में समान अवसर की मांग को लेकर 20 अक्टूबर को दिल्ली जंतर मंतर पर महा रैली करने का निर्णय लिया गया है।
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