बागेश्वर में भारी बारिश से 42 करोड़ का नुकसान, प्रशासन ने आपदा पीड़ितों को 45 लाख रुपये बांटे, स्थिति नियंत्रण में।
बागेश्वर जिले में इस बार बारिश ने तबाही मचा दी है। जिले की विभिन्न परिसंपत्तियों को अब तक 42 करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है। भारी बारिश के चलते कई इलाकों में भूस्खलन और बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई है। इससे न सिर्फ सड़कों और पुलों को भारी नुकसान पहुंचा है, बल्कि ग्रामीणों के घर भी बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं।
आपदा के चलते जिले में सात पशुओं की मौत हो गई है, जिससे ग्रामीणों को भारी आर्थिक नुकसान झेलना पड़ रहा है। किसानों की फसलों को भी भारी नुकसान पहुंचा है, जिससे उनकी आजीविका पर संकट मंडरा रहा है। बारिश के कहर के चलते जिले के कई हिस्सों में बिजली और पानी की आपूर्ति भी ठप हो गई है।
प्रशासन ने आपदा पीड़ितों की मदद के लिए 45 लाख रुपये की राहत राशि बांटी है, जिससे प्रभावित परिवारों को तत्काल राहत दी जा सके। जिलाधिकारी अनुराधा पाल ने बताया कि स्थिति नियंत्रण में है और प्रशासन ने आपदा से निपटने के लिए पर्याप्त प्रबंध किए हैं। उन्होंने बताया कि प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव कार्य तेज कर दिए गए हैं।
प्रशासन ने ग्रामीणों से अपील की है कि वे सावधानी बरतें और प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें। साथ ही, जिला प्रशासन ने आपदा प्रबंधन की टीमें तैनात कर दी हैं, जो लगातार हालात पर नजर रखे हुए हैं। इसके अलावा, बाढ़ प्रभावित इलाकों में आवश्यक सामग्री और राहत सामग्री पहुंचाने का कार्य भी जारी है।
बागेश्वर जिले में बारिश से हुई तबाही ने एक बार फिर आपदा प्रबंधन की तैयारियों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रशासन की तरफ से समय रहते उचित कदम नहीं उठाए गए, जिससे नुकसान को कम किया जा सकता था। हालांकि, प्रशासन का कहना है कि स्थिति नियंत्रण में है और प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्य तेजी से चल रहा है।
जिले में बारिश का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है और प्रशासन को उम्मीद है कि अगले कुछ दिनों में हालात बेहतर होंगे। फिलहाल, जिला प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट पर है और किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए तैयार है।
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