बाराबंकी: 'मौत का स्कूल', 40 छात्र घायल, जांच टीम ने इमारत गिराने की सिफारिश की!



बाराबंकी में स्कूल की खस्ताहाल इमारत से 40 छात्र घायल, राज्य बाल संरक्षण आयोग ने इसे 'मौत का घर' बताते हुए ध्वस्तीकरण की सिफारिश की।  

  

बाराबंकी के जहांगीराबाद स्थित आवासीय चिल्ड्रन एकेडमी स्कूल का संचालन खंडहर में हो रहा था। इसी खंडहर की छज्जा दो दिन पहले अचानक गिर गया, जिससे 40 से अधिक छात्र घायल हो गए। इनमें से एक छात्र की हालत गंभीर बनी हुई है, जिसे लखनऊ के ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया है। इस भयंकर हादसे के बाद जिला स्तरीय निरीक्षण टीम ने स्कूल का दौरा किया और इसे 'मौत का घर' करार दिया।


राज्य बाल संरक्षण आयोग की टीम, जिसकी अध्यक्षता श्याम त्रिपाठी कर रहे थे, ने स्कूल की स्थिति देखकर यह सिफारिश की कि इस इमारत को तुरंत गिरा दिया जाए। टीम ने अपनी रिपोर्ट मुख्यमंत्री कार्यालय में दाखिल कर दी है, जिसमें स्पष्ट रूप से कहा गया है कि विद्यालय भवन पूरी तरह से मानक विहीन है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पहले ही जिलाधिकारी से इस घटना के बारे में जानकारी प्राप्त की थी और इसके बाद इस उच्च स्तरीय जांच टीम को भेजा था।


बाल संरक्षण आयोग के सदस्य श्याम त्रिपाठी ने इस मौके पर अधिकारियों से जिले के बाकी स्कूलों की भी जांच कराने और उनकी स्टेटस रिपोर्ट दाखिल करने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि जल्द ही मुख्यमंत्री की मंशा के अनुसार जिले के सभी स्कूलों के भवनों की जांच के लिए एक कमेटी का गठन किया जाएगा। इस घटना के बाद प्रशासन ने स्कूल को सील कर दिया है, और छात्रों को दूसरी जगह पढ़ाई के लिए भेजने की योजना पर काम किया जा रहा है।


यह हादसा न केवल प्रशासनिक लापरवाही को उजागर करता है, बल्कि सरकारी तंत्र की सुस्त कार्यशैली पर भी सवाल उठाता है। अब देखना होगा कि इस जांच के बाद अन्य स्कूलों की स्थिति में सुधार होता है या नहीं।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ