चित्रकूट के स्कूल में रील बनाने और अश्लील वीडियो का आरोप, टीचर्स के बीच क्लासरूम में झगड़ा, पुलिस और शिक्षा विभाग की जांच।
उत्तर प्रदेश के चित्रकूट जिले के राजापुर थाना क्षेत्र स्थित कुम्हारन पुरवा इंग्लिश मीडियम प्राथमिक स्कूल में हुई एक सनसनीखेज घटना ने शिक्षा जगत को हिला कर रख दिया है। स्कूल में दो शिक्षकों के बीच मारपीट का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। बताया जा रहा है कि इस घटना में महिला शिक्षक सपना शुक्ला और पुरुष शिक्षक अवधेश तिवारी के बीच जमकर थप्पड़ चले, जिसकी वजह से क्लासरूम में पढ़ रहे बच्चे डर गए।
मामला कैसे शुरू हुआ?
सूत्रों के अनुसार, स्कूल में उस समय क्लास चल रही थी जब अचानक पुरुष शिक्षक अवधेश तिवारी ने महिला शिक्षक सपना शुक्ला की वीडियो बनाना शुरू कर दिया। सपना ने जब यह देखा तो तुरंत उठ खड़ी हुईं और आरोप लगाया कि अवधेश उनके अश्लील वीडियो बना रहे हैं। इस आरोप के बाद सपना ने अवधेश को थप्पड़ मार दिया, और फिर दोनों के बीच जमकर हाथापाई हुई। इस अप्रत्याशित घटनाक्रम के कारण क्लासरूम में बैठे सभी बच्चे सहम गए।
झगड़े की वजह क्या थी?
अवधेश तिवारी का कहना है कि सपना शुक्ला स्कूल में हमेशा रील बनाती रहती हैं, जिससे अन्य शिक्षकों और बच्चों को परेशानी होती है। वहीं, सपना का कहना है कि अवधेश उन्हें बिना उनकी अनुमति के रिकॉर्ड कर रहे थे और उनका अश्लील वीडियो बना रहे थे। यह विवाद तब और बढ़ गया जब दोनों ने एक-दूसरे के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
शिक्षा विभाग और पुलिस की कार्रवाई
इस घटना की जानकारी मिलते ही शिक्षा विभाग ने भी मामले की जांच शुरू कर दी है। बेसिक शिक्षा अधिकारी ने खंड शिक्षा अधिकारी राजेश कुमार को इस मामले की जांच का आदेश दिया है। उन्होंने बताया कि यह घटना दो सप्ताह पहले की है, और दोनों शिक्षकों ने इस मामले में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। हालांकि, अब जब वीडियो वायरल हुआ है, तब यह मामला फिर से सुर्खियों में आ गया है।
शिक्षा विभाग ने यह स्पष्ट किया है कि इस मामले में जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके अनुसार कड़ी कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल, महिला शिक्षक सपना शुक्ला छुट्टी पर चली गई हैं। इस घटना के बाद से स्कूल में तनाव का माहौल बना हुआ है और दोनों शिक्षकों के बीच की यह झगड़ा पूरे इलाके में चर्चा का विषय बन गया है।
यह घटना यह दर्शाती है कि कैसे रील और सोशल मीडिया का प्रभाव शिक्षकों और शिक्षा के माहौल पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। इस घटना ने न सिर्फ बच्चों की सुरक्षा को खतरे में डाला है, बल्कि शिक्षकों की गरिमा को भी प्रश्नचिह्नित किया है। यह मामला अभी पुलिस और शिक्षा विभाग की जांच के अधीन है और इसके परिणामस्वरूप क्या कार्रवाई होती है, यह देखना बाकी है।
इस प्रकार की सनसनीखेज घटनाएं अक्सर सोशल मीडिया पर वायरल हो जाती हैं, जिससे स्कूल और शिक्षकों की छवि पर बुरा असर पड़ता है। इस घटना के बाद से शिक्षा विभाग ने ऐसी घटनाओं से निपटने के लिए कठोर कदम उठाने का निर्णय लिया है।
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