लखनऊ एयरपोर्ट पर फ्लोरीन गैस का भयानक रिसाव, 2 बेहोश, 1.5 KM का इलाका खाली, सुरक्षा अलर्ट जारी!



लखनऊ एयरपोर्ट पर फ्लोरीन गैस लीक से 2 बेहोश, 1.5 KM इलाका खाली, सुरक्षा अलर्ट जारी।


लखनऊ एयरपोर्ट पर शनिवार की सुबह एक बड़ा हादसा होते-होते बच गया जब फ्लोरीन गैस के रिसाव ने पूरे क्षेत्र में अफरा-तफरी मचा दी। सरोजनीनगर स्थित एयरपोर्ट के कार्गो डिपार्टमेंट में फ्लोरीन गैस का रिसाव हुआ, जिससे एयरपोर्ट के कर्मचारियों में दहशत फैल गई। इस दौरान 2 कर्मचारियों के बेहोश होने की खबर सामने आई है। सुरक्षा के मद्देनजर तुरंत ही 1.5 किलोमीटर के दायरे में सभी को खाली करने के निर्देश दिए गए।


फ्लोरीन गैस रिसाव का कारण:

अधिकारियों के अनुसार, फ्लोरीन गैस का इस्तेमाल कैंसर के मरीजों के लिए रेडियोथैरेपी में किया जाता है। घटना तब हुई जब फ्लोरीन से भरे बॉक्स को गुवाहाटी भेजने की तैयारी चल रही थी। चेकिंग के दौरान वजन अधिक होने के कारण मशीन ने अलार्म बजा दिया। बॉक्स को खोलते ही गैस का रिसाव शुरू हो गया, जिससे एयरपोर्ट पर हड़कंप मच गया। 


सुरक्षा इंतजाम और रेस्क्यू ऑपरेशन:

घटना की सूचना मिलते ही फायर सर्विस, NDRF और SDRF की टीमें मौके पर पहुंच गईं और तुरंत राहत कार्य शुरू कर दिया गया। एयरपोर्ट के टर्मिनल 3 के कार्गो एरिया को खाली करवाकर, वहां के सभी कर्मचारियों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया। अधिकारियों ने बताया कि स्थिति अब नियंत्रण में है और कोई बड़ी क्षति नहीं हुई है।


फ्लोरीन गैस का प्रभाव और सावधानियां:

फ्लोरीन गैस का उपयोग कैंसर के इलाज में किया जाता है और इसका रिसाव बेहद खतरनाक हो सकता है। एयरपोर्ट पर ऐसी घटना पहली बार सामने आई है, जिससे सुरक्षा के सभी इंतजामों को और सख्त करने की जरूरत है।

इस घटना ने लखनऊ एयरपोर्ट पर सुरक्षा इंतजामों को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। प्रशासन ने पूरी तरह से चौकसी बरतते हुए स्थिति को काबू में किया, लेकिन इस तरह की घटनाओं से सबक लेकर भविष्य में सतर्कता बरतना आवश्यक है।

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