लखनऊ में CM आवास पर आत्मदाह करने वाली महिला की मौत, पुलिस की तेजी से सुलझी गुत्थी, सरकार की छवि धूमिल करने की साजिश बेनकाब!



लखनऊ में महिला की आत्मदाह की कोशिश की गुत्थी सुलझी, सरकार की छवि धूमिल करने की साजिश का पर्दाफाश। पुलिस की तेजी से मामले का निपटारा।


लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में 40 वर्षीय महिला द्वारा सीएम आवास के पास आत्मदाह का प्रयास करने की घटना से पूरा शहर स्तब्ध रह गया था। हाल ही में इस घटना में महिला की इलाज के दौरान दुखद मौत हो गई, लेकिन इससे भी अधिक चौंकाने वाला मामला पुलिस की तेजी और सूझबूझ से सामने आया है। इस पूरे प्रकरण के पीछे सरकार की छवि को धूमिल करने और पुलिस के खिलाफ जनाक्रोश फैलाने की साजिश का पर्दाफाश हुआ है।


घटना की पृष्ठभूमि:

6 अगस्त 2024 को लखनऊ के विक्रमादित्य मार्ग पर स्थित सीएम आवास के पास इस महिला ने आत्मदाह का प्रयास किया था। आग बुझाने के बाद महिला को तत्काल किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU) के प्लास्टिक सर्जरी विभाग में भर्ती कराया गया, जहां उसकी स्थिति गंभीर बनी रही। महिला की 85 प्रतिशत जल चुकी थी, और आज रविवार को 1 बजकर 10 मिनट पर उसकी मौत हो गई। उसकी मौत का कारण सेप्टिक शॉक और मल्टीपल ऑर्गन डिस्फंक्शन सिंड्रोम बताया गया।


पुलिस की सूझबूझ से साजिश का पर्दाफाश:

इस पूरे मामले की जांच करते हुए लखनऊ पुलिस ने एक बड़ा खुलासा किया। पुलिस के अनुसार, आत्मदाह करने वाली महिला को उन्नाव निवासी सुनील कुमार नामक व्यक्ति ने उकसाया था। सुनील कुमार का उद्देश्य सरकार की छवि को धूमिल करना और पुलिस के खिलाफ जनता में आक्रोश फैलाना था। इस खुलासे के बाद पुलिस ने सुनील कुमार को गिरफ्तार कर लिया है और उसके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।


साजिश की पूरी योजना:

पुलिस द्वारा महिला के मोबाइल से चार महत्वपूर्ण वॉइस रिकॉर्डिंग मिली हैं, जिनमें सुनील कुमार महिला को आत्मदाह के लिए उकसाता और उसकी पूरी योजना बताता सुनाई दे रहा है। सुनील ने महिला से कहा था कि यदि वह सीएम आवास के पास आत्मदाह करेगी, तो पूरा थाना खाली हो जाएगा और नए अधिकारी उसकी मदद के लिए दौड़ेंगे। सुनील ने इस साजिश को अंजाम देने के लिए महिला को पेट्रोल पहले से ही साथ रखने की सलाह दी थी, ताकि उसे लखनऊ में परेशानी न हो।


पुलिस की कार्यवाही:

पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए सुनील कुमार को गिरफ्तार कर लिया और महिला के साथ इस साजिश का हिस्सा बने लोगों की पहचान करने में भी जुट गई है। इस घटना ने यह स्पष्ट कर दिया है कि सरकार और पुलिस के खिलाफ साजिशें करने वालों को कानून के शिकंजे से बचना मुश्किल है। इस प्रकरण में लखनऊ पुलिस की तेजी से की गई कार्रवाई ने न केवल एक बड़ी साजिश को विफल किया, बल्कि सरकार की छवि को भी धूमिल होने से बचाया है।

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