नोएडा में महिला पत्रकार से आधी रात छेड़खानी, पुलिस ने 24 घंटे में दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया। अखिलेश यादव ने उठाया मुद्दा।
नोएडा, उत्तर प्रदेश: नोएडा में बुधवार रात एक महिला पत्रकार से हुई छेड़खानी की घटना ने न केवल महिला सुरक्षा पर सवाल खड़े किए, बल्कि इस घटना के बाद सियासी माहौल भी गरमा गया। घटना नोएडा के सेक्टर-18 की है, जहाँ एक निजी चैनल में कार्यरत महिला पत्रकार के साथ बाइक सवार दो युवकों ने अभद्रता की। यह घटना उस समय हुई जब महिला पत्रकार अपने घर जाने के लिए कैब का इंतजार कर रही थीं।
इस दौरान, दो बाइक सवार युवकों ने पास से गुजरते हुए महिला पत्रकार पर अभद्र टिप्पणी की। "क्या रेट लेगी?" यह वह अश्लील सवाल था जो उन्होंने महिला पत्रकार से पूछा। इस घटना से आहत महिला ने घर पहुंचकर सोशल मीडिया पर अपने अनुभव को साझा किया, जिसके बाद यह मामला सामने आया।
सोशल मीडिया पर महिला पत्रकार की पोस्ट वायरल होते ही पुलिस ने तुरंत मामले का संज्ञान लिया और जांच में जुट गई। घटना की गंभीरता को देखते हुए, नोएडा पुलिस ने तत्काल कार्रवाई की और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर दोनों आरोपियों की पहचान की। पुलिस ने 24 घंटे के भीतर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। दोनों आरोपी, अश्वत (25) और विपिन (27), मुजफ्फरनगर के रहने वाले हैं। पुलिस ने उनके पास से घटना में इस्तेमाल की गई मोटर साइकिल भी बरामद की है।
इस घटना ने राजनीतिक हलचल भी पैदा कर दी है। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस घटना पर नाराजगी जताते हुए इसे महिला सुरक्षा के लिए खतरा बताया। अखिलेश यादव ने ट्वीट करते हुए कहा, "भाजपा राज में उत्तर प्रदेश के अंदर नारी के मान-सम्मान से खिलवाड़ अपवाद नहीं रहा है। सत्ता के साये में बैठे लोग सरेआम ‘वीभत्स सवाल’ करके नारी को अपमानित कर रहे हैं।"
उनके इस बयान ने राजनीतिक पारा और चढ़ा दिया है। अखिलेश यादव के इस ट्वीट के बाद से पुलिस प्रशासन पर भी दबाव बढ़ गया और उन्होंने तत्परता से कार्रवाई करते हुए दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
यह घटना न केवल महिला सुरक्षा के मुद्दे को फिर से उठाती है, बल्कि यह सवाल भी खड़ा करती है कि समाज में महिलाओं के प्रति यह किस तरह की मानसिकता है। पुलिस की तेज कार्रवाई के बावजूद, यह घटना समाज में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर एक बड़े सवाल के रूप में उभर रही है।
इस मामले में अब देखना यह होगा कि न्यायिक प्रक्रिया कैसे आगे बढ़ती है और आरोपियों को कब तक सजा मिलती है। इसके साथ ही, इस घटना ने एक बार फिर से यह संदेश दिया है कि महिलाओं के प्रति किसी भी प्रकार की अभद्रता और असम्मान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
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