अयोध्या गैंगरेप पर सियासत गरमाई, अखिलेश यादव के डीएनए टेस्ट की मांग के विरोध में लखनऊ में पोस्टर वार, जानें पूरी खबर।
अयोध्या में नाबालिग के साथ गैंगरेप की घटना पर सियासत गरमा गई है। रविवार शाम को लखनऊ में अखिलेश यादव के आरोपियों की डीएनए टेस्ट कराने की मांग के विरोध में पोस्टर लगाए गए। इन पोस्टरों में लिखा है, 'लड़के हैं गलती हो जाती है।'
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने हाल ही में आरोपियों की डीएनए और नार्को टेस्ट की मांग की थी। इस पर लखनऊ के 1090 चौराहे पर सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के खिलाफ बीजेपी अवध क्षेत्र की क्षेत्रीय उपाध्यक्ष डॉ. श्वेता सिंह ने पोस्टर लगवाए हैं।
पोस्टरों में लिखा है, 'लड़के हैं गलती हो जाती है, अखिलेश यादव डीएनए टेस्ट की बात कर क्या साबित करना चाहते हैं?' इस पोस्टर के जरिए कहीं न कहीं दिवंगत सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव के बयान को याद दिलाने की कोशिश की गई है, जिन्होंने कई साल पहले एक सभा में यह बात कही थी।
अखिलेश यादव की डीएनए टेस्ट की मांग
अयोध्या में नाबालिग बच्ची से गैंगरेप का आरोप मुईद खान पर लगा है, जो कि सपा का नेता है। अखिलेश यादव ने इस मामले में डीएनए टेस्ट की मांग की है। उन्होंने कहा कि कुकृत्य के मामले में जिन पर भी आरोप लगा है, उनका डीएनए टेस्ट कराकर इंसाफ का रास्ता निकाला जाए।
एक दिन पहले, अखिलेश यादव ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए कहा कि डीएनए टेस्ट के जरिए इंसाफ किया जाए न कि केवल आरोप लगाकर सियासत की जाए। उन्होंने कहा कि जो भी दोषी हो, उसे कानून के हिसाब से पूरी सजा दी जाए, लेकिन अगर डीएनए टेस्ट के बाद आरोप झूठे साबित हों, तो सरकार के संलिप्त अधिकारियों को भी न बख्शा जाए।
फैजाबाद के सांसद अवधेश प्रसाद का बयान
अखिलेश यादव की इस मांग के बाद, फैजाबाद से सांसद अवधेश प्रसाद ने भी आरोपी की डीएनए टेस्ट कराने की मांग की। उन्होंने कहा कि आरोपी से उनका कोई लेना-देना नहीं है। साथ में फोटो होने पर सपा सांसद ने कहा कि हमारे साथ लाखों लोग फोटो खिंचवाते हैं। उन्होंने घटना को शर्मनाक और दर्दनाक करार देते हुए कहा कि इससे संबंधित जो भी लोग हैं, उनकी विवेचना की जाए और सच का पता लगाया जाए।
इस प्रकार, अयोध्या गैंगरेप मामले में अब पोस्टर वार शुरू हो गया है, जिसमें विभिन्न दलों के नेता अपनी-अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।
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