सीएम योगी का बड़ा फैसला: सोशल मीडिया पर अफसरों की हों नजरें, फेक न्यूज पर होगा सख्त एक्शन, धरना-प्रदर्शन में अराजकता बर्दाश्त नहीं!



योगी का सख्त आदेश: सोशल मीडिया पर अफवाहों की सख्ती से रोकथाम, धरना-प्रदर्शन की आड़ में अराजकता पर कड़ी नजर।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक बार फिर से प्रदेश की कानून-व्यवस्था पर सख्त रुख अपनाया है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि सोशल मीडिया पर फैलने वाली अफवाहों पर तत्काल संज्ञान लिया जाए और उन्हें तुरंत खंडन किया जाए। योगी ने स्पष्ट किया है कि धरना-प्रदर्शन की आड़ में किसी भी प्रकार की अराजकता को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।


गुरुवार की शाम, मुख्यमंत्री ने शासन स्तर के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ जोन, मंडल, रेंज और जिला स्तर के अफसरों की एक महत्वपूर्ण बैठक में यह निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि लोकतांत्रिक संगठनों के नाम पर कई बार राष्ट्रविरोधी संगठन माहौल बिगाड़ने की कोशिश करते हैं। ऐसे संगठनों की पहचान कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।


योगी आदित्यनाथ ने कहा कि किसानों के संगठन हों या कोई अन्य, यदि वे लोकतांत्रिक ढंग से अपनी बात रखना चाहते हैं, तो उनकी बातें सुनी जानी चाहिए। उनकी उम्मीदों, अपेक्षाओं और आशंकाओं का समाधान भी किया जाना चाहिए। लेकिन, प्रदर्शन की आड़ में किसी को भी अराजकता फैलाने की छूट नहीं दी जाएगी। उन्होंने कहा कि पहले भी ऐसे कई मामले सामने आए हैं, जब शांतिपूर्ण धरना-प्रदर्शन के नाम पर कुछ अराजकतावादी तत्वों ने उपद्रव फैलाने की कोशिश की थी। ऐसे मामलों की गहन जांच की जाए और दोषियों को कानून के तहत सख्त से सख्त सजा दी जाए।


मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि सोशल मीडिया आजकल अफवाह फैलाने का प्रमुख माध्यम बनता जा रहा है। उन्होंने सभी जिलों के अधिकारियों को आदेश दिया कि वे सोशल मीडिया पर नजर बनाए रखें। तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर प्रसारित की जाने वाली सूचनाओं पर तत्काल कार्रवाई होनी चाहिए। ऐसी सूचनाएं जो समाज में विद्वेष पैदा कर सकती हैं, उन्हें रोकने के लिए हर संभव प्रयास किया जाना चाहिए। किसी भी फेक न्यूज के फैलने पर तत्परता से उसका खंडन किया जाए।


आने वाले दिनों में नागपंचमी, श्रावण सोमवार, काकोरी ट्रेन एक्शन की वर्षगांठ, रक्षाबंधन, चेहल्लुम और जन्माष्टमी जैसे महत्वपूर्ण पर्व-त्योहार हैं। इसी दौरान पुलिस भर्ती परीक्षा भी होनी है। मुख्यमंत्री ने आदेश दिया कि परीक्षा को शांतिपूर्ण ढंग से, पूरी शुचिता के साथ संपन्न कराना सभी की जिम्मेदारी है। वरिष्ठ अधिकारी अपने क्षेत्र के हर एक परीक्षा केंद्र का सूक्ष्मता से निरीक्षण करें। परीक्षा के दौरान बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों के आवागमन की व्यवस्था भी समय रहते कर ली जाए ताकि किसी प्रकार की असुविधा न हो। खासतौर से महिला अभ्यर्थियों की सुविधा और सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा जाए।


योगी आदित्यनाथ के इन आदेशों से स्पष्ट है कि सरकार फेक न्यूज और अफवाहों के प्रति बेहद गंभीर है। सोशल मीडिया पर गलत जानकारी फैलाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। साथ ही, किसी भी प्रकार की अराजकता को रोका जाएगा, चाहे वह धरना-प्रदर्शन के नाम पर ही क्यों न हो। सरकार ने साफ कर दिया है कि प्रदेश में कानून-व्यवस्था बनाए रखना उसकी सर्वोच्च प्राथमिकता है और इसके लिए हर संभव कदम उठाए जाएंगे।

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