अखिलेश के 'मठाधीश-माफिया' बयान पर साधु-संत नाराज़, सरयू में दी तिलांजलि, लगाए मुर्दाबाद के नारे!




अखिलेश यादव के मठाधीशों-माफियाओं वाले बयान से नाराज अयोध्या के साधु-संतों ने सरयू में खड़े होकर दी तिलांजलि, लगाए अखिलेश मुर्दाबाद के नारे।


अयोध्या के साधु-संतों ने समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव के मठाधीशों और माफियाओं को लेकर दिए बयान पर जमकर विरोध जताया है। नाराज साधु-संत सरयू किनारे इकट्ठे हुए और अखिलेश यादव को प्रतीकात्मक तिलांजलि दी। संत समाज ने अखिलेश के खिलाफ "अखिलेश यादव मुर्दाबाद" के नारे भी लगाए, जिससे अयोध्या में माहौल गर्म हो गया है।

यह विवाद तब शुरू हुआ जब अखिलेश यादव ने अपने एक बयान में मठाधीशों और माफियाओं के बीच अंतर कम बताया था। इस बयान से संत समाज बुरी तरह आहत हुआ और इसे साधु-संतों के प्रति अपमानजनक माना। इस विरोध की अगुवाई कर रहे संत दिवाकराचार्य महाराज ने कहा, "अखिलेश यादव के बयान से लाखों साधु-संत आहत हैं। साधु-संत समाज के सुधारक होते हैं, माफिया नहीं। अखिलेश का बयान हिंदू समाज पर हमला है, और इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।"

दिवाकराचार्य ने आगे कहा कि जब कोई व्यक्ति अपनी संस्कृति, धर्म और साधु-संतों का सम्मान नहीं करता, तो उसे समाज से तिलांजलि देनी चाहिए। संत समाज ने अखिलेश यादव को तिलांजलि देकर विरोध जताया और कहा कि उनका यह बयान अक्षम्य है।

संतों के इस कदम ने न केवल अयोध्या, बल्कि पूरे राज्य में एक नया राजनीतिक विवाद खड़ा कर दिया है। संत समाज के अनुसार, अखिलेश यादव का यह बयान हिंदू समाज पर सीधा प्रहार है, और इसके खिलाफ व्यापक रूप से प्रतिक्रिया होगी।

साधु-संतों ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वे अपने धर्म और समाज की गरिमा के खिलाफ किसी भी प्रकार की टिप्पणी को सहन नहीं करेंगे। इस विरोध प्रदर्शन ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है, और आने वाले दिनों में यह मुद्दा और गरमा सकता है।

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