अखिलेश यादव की सफाई: "मठाधीश मुख्यमंत्री पर की थी टिप्पणी, साधु-संत हमारे गुरुदेव हैं"




अखिलेश यादव ने साधु-संतों पर बयान की सफाई दी, कहा कि उनकी टिप्पणी मठाधीश मुख्यमंत्री पर थी, साधु-संतों को गुरुदेव मानते हैं।


उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने साधु-संतों पर दिए अपने बयान की सफाई देते हुए स्पष्ट किया कि उनकी टिप्पणी साधु-संतों पर नहीं, बल्कि मठाधीश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर थी। अखिलेश ने कहा, "हम साधु-संतों और ऋषि-मुनियों को गुरुदेव मानते हैं। हमारी टिप्पणी मठाधीश मुख्यमंत्री जी पर थी, किसी साधु या संत पर नहीं।"

योगी सरकार पर निशाना
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अखिलेश यादव ने सीएम योगी आदित्यनाथ पर भी जमकर हमला बोला। उन्होंने प्रदेश में कानून व्यवस्था, एनकाउंटर नीति, और एनसीआरबी की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि "उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा बलात्कार हो रहे हैं। अगर एनकाउंटर से कानून व्यवस्था बेहतर होती, तो राज्य में रोज क्राइम क्यों हो रहे हैं?"

सीबीआई जांच और स्मार्टफोन पर तंज
लालू यादव के खिलाफ चल रही सीबीआई जांच पर भी अखिलेश ने तंज कसते हुए कहा, "जैसे यूपी में थाने चल रहे हैं, वैसे ही सीबीआई का दफ्तर चल रहा है।" इसके साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री योगी द्वारा दिए गए स्मार्टफोन्स को लेकर भी टिप्पणी की और कहा, "सरकार ने जो स्मार्टफोन दिए, उन्हें पांडाल के बाहर छीन लिया जा रहा है।"

ताजमहल की देखरेख पर सवाल
इससे पहले अखिलेश यादव ने ताजमहल की साफ-सफाई को लेकर भी सरकार को घेरा था। उन्होंने कहा कि "ताजमहल की देखरेख और सुरक्षा में लापरवाही बरती जा रही है। ताजमहल के गुंबद से पानी टपक रहा है और वहां पेड़ उग रहे हैं। अगर इस पर ध्यान नहीं दिया गया, तो दरारें आ सकती हैं।"

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