वाराणसी विकास प्राधिकरण (VDA) में 700 से अधिक गांव शामिल, स्मार्ट विलेज बनाने की तैयारी, जानें विकास की योजनाएं और क्या होंगे बदलाव.
वाराणसी के 700+ गांव VDA में शामिल, स्मार्ट बनाने की प्लानिंग पर काम जारी
वाराणसी विकास प्राधिकरण (VDA) के सीमा विस्तार के बाद अब बनारस के 704 गांवों को प्राधिकरण के तहत लाया गया है। इस महत्वपूर्ण कदम के साथ इन गांवों को स्मार्ट विलेज के रूप में विकसित करने की तैयारी शुरू हो गई है। अब किसी भी रेजिडेंशियल या कमर्शियल निर्माण के लिए प्राधिकरण से अनुमति लेना अनिवार्य हो गया है।
VDA की स्मार्ट विलेज योजना
इस योजना के तहत वाराणसी विकास प्राधिकरण ने पंचायत विभाग के साथ मिलकर इन गांवों को आधुनिक बनाने की प्लानिंग की है। हर वर्ष आने वाले 25 करोड़ रुपये की अवस्थापना निधि के माध्यम से गांवों में सुविधाओं का विकास किया जाएगा।
प्राधिकरण के उपाध्यक्ष पुलकित गर्ग के अनुसार, इन गांवों में सीसी रोड, जिम, पार्क, सीसीटीवी कैमरे, और सार्वजनिक पते प्रणाली जैसी सुविधाओं की व्यवस्था की जाएगी। इससे गांवों का इन्फ्रास्ट्रक्चर मजबूत होगा और गांव के लोग शहरी जीवन शैली का आनंद उठा सकेंगे।
पहले फेज में 10 लाख रुपये प्रति गांव का खर्च
पहले फेज में, हर गांव पर 10 लाख रुपये तक का खर्च करने की योजना है। इसके लिए VDA की बोर्ड बैठक में भी मंजूरी मिल चुकी है। योजना के अनुसार, बड़ागांव से लेकर सेवापुरी तक के गांवों का विकास उनकी आबादी के अनुसार किया जाएगा।
पंचायत के साथ मिलकर हो रहा विकास कार्य
चूंकि इन गांवों में पंचायतें अभी भी मौजूद हैं, इसलिए VDA पंचायतों के साथ मिलकर विकास की योजना तैयार कर रहा है। मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल के अनुसार, गांवों की आबादी और प्राथमिक आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए विकास कार्यों की प्राथमिकता तय की जा रही है।
वाराणसी के चिरईगांव, बड़ागांव, सेवापुरी, और काशी विद्यापीठ जैसे ब्लॉकों के अंतर्गत आने वाले गांवों को इस योजना में शामिल किया गया है।
वाराणसी के गांवों को स्मार्ट बनाने की यह योजना ग्रामीण इलाकों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। इसके जरिए न केवल गांवों का इन्फ्रास्ट्रक्चर सुधरेगा, बल्कि लोगों के जीवन स्तर में भी सुधार होगा। यह योजना न सिर्फ वाराणसी को, बल्कि पूरे प्रदेश को एक नया आयाम देगी।
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