बरेली के मीरगंज सीएचसी पर प्रसव के दौरान 5000 रुपये वसूले जाने पर भाजपा नेताओं ने प्रदर्शन किया, 24 घंटे में पैसे लौटाए गए।
संवाददाता मुदित प्रताप सिंह की रिपोर्ट
जनपद बरेली _ मीरगंज (सीएचसी) सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में (प्रसव) डिलीवरी करने आई महिला के परिजनों ने पांच हजार रुपए वसूलने का आरोप लगाया। आक्रोशित भाजपा नेता जिला पंचायत सदस्य एवं विहिप नेता, भाजपा मंडल अध्यक्ष, व्यापार मंडल अध्यक्ष के साथ अन्य लोगों ने सीएचसी में प्रदर्शन कर धरना दिया। उसके बाद 24 घंटे के अंदर को पांच हजार रुपए वापस मिल गए। जानकारी के अनुसार रविवार को नथपुरा गांव के उमेश अपनी पत्नी अनीता को डिलीवरी कराने मीरगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए। चिकित्सक ने ऑपरेशन किया। उसके बाद अनीता ने पुत्री को जन्म दिया। पति ने ऑपरेशन के लिए कर्मचारियों द्वारा पांच हजार रुपए मांगने का आरोप लगाया। यह बात सुनकर लोग आक्रोशित हो गए। और सोमवार को सुबह नथपुरा के जिला पंचायत सदस्य निरंजन यदुवंशी, विहिप के जिला सहमंत्री रवि गंगवार, भाजपा मंडल अध्यक्ष तेजपाल फौजी, व्यापार मंडल अध्यक्ष राम नारायण गुप्ता, ओमपाल गंगवार सहित बड़ी संख्या में लोगों ने ग्रामीणों के साथ मिलकर सोमवार को (सीएचसी) मीरगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गेट पर धरना प्रदर्शन किया। धरने पर बैठे लोगों ने शिकायती प्रार्थना पत्र एक्स पर पोस्ट किया। और मीरगंज विधायक डॉक्टर डीसी वर्मा एवं उच्च अधिकारियों को सूचना दी।
मीरगंज एसडीएम तृप्ति गुप्ता
सूचना मिलते ही मीरगंज विधायक डॉक्टर डीसी वर्मा, मीरगंज एसडीएम तृप्ति गुप्ता एवं चिकित्सा अधीक्षक विनय कुमार पाल मौके पर पहुंच गए। धरने पर बैठे लोगों ने क्षेत्रीय विधायक डॉक्टर डीसी वर्मा एवं मीरगंज एसडीएम तृप्ति गुप्ता से (प्रसव) डिलीवरी करने आई महिला से वसूली का आरोप लगाया। एसडीएम तृप्ति गुप्ता ने जांच कर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया।
एसडीएम के समझाने पर धरना खत्म कर दिया गया। चिकित्सा अधीक्षक ने बताया नया प्रकरण संज्ञान में आया है। जांच कर शीघ्र उचित कार्रवाई की जाएगी। मीरगंज एसडीएम तृप्ति गुप्ता एवं मीरगंज विधायक डॉक्टर डीसी वर्मा ने बताया कि अवैध वसूली किसी से नहीं होगी। कोई कर्मचारी मरीज से पैसे की मांग करे तो तत्काल मुझे व एसडीएम, चिकित्सा अधीक्षक से शिकायत करें।
भाजपा नेता जिला पंचायत सदस्य निरंजन यदुवंशी
विधायक और एसडीएम की मौजूदगी में जांच कमेटी बनाई गई। जिसके चलते 24 घंटे के अंदर डिलीवरी के नाम पर लिए गए पांच हजार रुपए वापस कर दिए गए।
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